बहराइच, 10 सितंबर (एजेंसी)
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के करीब 50 गांवों में आतंक का पर्याय बने आदमखोर भेड़ियों के झुंड में शामिल पांचवे भेड़िये को मंगलवार तड़के वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया। अब वन विभाग को ‘अल्फा’ नामक भेड़िये की तलाश है। बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने कहा कि अब इस झुंड का आखिरी भेड़िया बचा रह गया है। उन्होंने बताया, ‘सोमवार शाम करीब छह बजे चक मार्ग पर हमें दो भेड़ियों के पैरों के निशान दिखे। वहीं, कौवों का झुंड भी दिखा। इसी बीच खबर आई कि पास के नथुवापुर गांव से एक पालतू बकरी गायब है। इससे यह तय हो गया था कि भेड़िये ने बकरी को उठाकर खाया है, और अब इनका जोड़ा यहीं कहीं आराम कर रहा होगा।’ उन्होंने कहा, ‘मंगलवार सुबह पांच बजे हमने अभियान शुरू किया। करीब सवा छह बजे एक भेड़िया हमारे जाल में फंस गया। यह एक मादा भेड़िया है। उसका जोड़ीदार नर भेड़िया मौके से भाग निकला है। शायद वही इस झुंड का मुख्य भेड़िया ‘अल्फा’ है।’ इस बीच, प्रदेश की प्रमुख वन संरक्षक रेनू सिंह ने पत्रकारों से कहा कि आज पकड़ी गयी मादा भेड़िया को किसी चिड़ियाघर में भेजने की कोशिश की जाएगी।
लंगड़े भेड़िए की कहानी गलत
लंगड़े भेड़िए की कहानी पर सिंह ने कहा, ‘इन दिनों धान के खेतों में पानी भरा है, ऐसे में पांव उठाकर रखने में एक पैर का दबाव अधिक हो सकता है। इसी वजह से संभवतः शुरुआत में कहीं से लंगड़े भेड़िए की बात आई होगी।’
17 जुलाई से चल रहा है ऑपरेशन : बहराइच की महसी तहसील के 50 गांव में आतंक का कारण बने छह भेड़ियों के झुंड को पकड़ने के लिए 17 जुलाई से ‘ऑपरेशन भेड़िया’ चल रहा है। भेड़ियों के हमले में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दो लोगों की मौत का कारण भी भेड़ियों का हमला बताया जा रहा है।