मुंबई, 8 फरवरी (एजेंसी)
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने लगभग पांच दशकों तक पार्टी का सदस्य रहने के बाद कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है। सिद्धीकी ने फैसले का कोई कारण नहीं बताया है, लेकिन पार्टी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि कहने के लिए बहुत कुछ है लेकिन ‘कुछ चीजों को अनकहा छोड़ दिया जाएं तो बेहतर है।’
मुंबई में कांग्रेस के पूर्व प्रमुख मिलिंद देवड़ा के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना में शामिल होने के एक महीने के भीतर शहर के दूसरे नेता ने सबसे पुरानी पार्टी को अलविदा कहा है। सिद्दीकी मुंबई में कांग्रेस का एक प्रमुख अल्पसंख्यक चेहरा थे जो कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) की गठबंधन सरकार के समय मंत्री भी रहे थे। कांग्रेस के पूर्व नेता ने यह घोषणा चुनाव आयोग द्वारा अजीत पवार गुट को असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के रूप में मान्यता दिए जाने के कुछ दिनों बाद की है।
बाद में पत्रकारों से बात करते हुए सिद्दीकी ने कहा, ‘मैं अजित पवार गुट के साथ जाऊंगा। मेरी यात्रा कांग्रेस से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तक होगी।’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पुत्र जीशान, जो विधायक हैं भी उनके नक्शेकदम पर चलेंगे, सिद्दीकी ने कहा कि वह अपना फैसला खुद लेंगे।