दिनेश भारद्वाज
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 16 अप्रैल
पंजाब में भगवंत मान के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाबियों को बड़ी राहत दी है। राज्य में हर माह 300 यूनिट तब बिजली माफ करने का ऐलान किया है। सूबे में घरेलू बिल दो माह में आते हैं। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं को हर बिल सर्कल पर 600 यूनिट तक मुफ्त बिजली का लाभ मिलेगा। इतना ही नहीं, कमर्शियल और औद्योगिक क्षेत्र में बिजली दरों को नहीं बढ़ाने का फैसला सरकार ने लिया है।
सीएम भगवंत मान ने शनिवार को मुफ्त बिजली योजना का ऐलान किया। इतना ही नहीं, पंजाब के जिन परिवारों के पास 2 किलोवाट तक का लोड है, उनके 31 दिसंबर, 2021 तक के सभी पुराने बकाया बिल माफ होंगे। किसानों को पहले की तरह मुफ्त बिजली मिलेगी। सब्सिडी सरकार देगी। ‘आप’ ने विधानसभा चुनावों के दौरान 300 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का वादा किया था। सरकार का एक माह पूरा होने के मौके पर मान ने यह घोषणा की।
मान सरकार का यह निर्णय पहली जुलाई से लागू होगा। माना जा रहा है कि इस फैसले से राज्य के 77 प्रतिशत के करीब बिजली उपभोक्ताओं को सीधी राहत मिलेगी। इनमें अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, बीपीएल परिवार तथा स्वतंत्रता सेनानी परिवार भी शामिल हैं। इन कैटेगरी के परिवारों को बड़ी राहत देते हुए सरकार ने निर्णय लिया है कि दो माह में 600 यूनिट से अधिक बिजली भी अगर वे इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें 600 से ऊपर की यूनिट का ही बिल देना होगा।
उदाहरण के तौर पर इन परिवारों का बिल 600 यूनिट की बजाय 700 यूनिट का आता है तो उन्हें केवल 100 यूनिट के पैसे देने होंगे। बाकी सामान्य परिवारों के लिए दो माह में 600 यूनिट तक बिजली मुफ्त मिलेगी। 600 से अधिक यूनिट इस्तेमाल होने पर उन्हें पूरा बिल देना होगा। मुफ्त बिजली की घोषणा से पहले विभाग के अधिकारियों ने नई दिल्ली का दौरा भी किया था। उनकी आप सुप्रीमो व दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक भी हुई थी।
माना जा रहा है कि दिल्ली पैटर्न पर ही पंजाब में निर्णय लिया है। हालांकि दिल्ली में हर माह 200 यूनिट तक बिजली माफी की योजना है। इसके बाद और 200 यूनिट तक के लिए आधे दामों पर बिजली दी जाती है। 31 दिसंबर, 2021 तक के बकाया वाले भी लाखों उपभोक्ताओं के बिल माफ होंगे। इतना ही नहीं, ऐसे उपभोक्ताओं के अगर बिजली कनेक्शन कटे हुए हैं तो उन्हें भी बहाल किया जाएगा।
हरियाणा पर बढ़ेगा दबाव
पंजाब के इस निर्णय का पड़ोसी राज्य हरियाणा पर भी पड़ेगा। हरियाणा ने पहली अप्रैल से ही बिजली के रेट बढ़ाए हैं। पंजाब में मुफ्त बिजली का ऐलान होने के बाद हरियाणा के नेता भी सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन पर दबाव बनाएंगे। यह भी संभव है कि भाजपा की गठबंधन सहयोगी जेजेपी ही अंदरखाने इस मुद्दे पर सरकार पर दबाव बनाए। अब मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार पंजाब के इस फैसले को किस रूप में लेती है, इस पर सभी की नज़रें रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमर्शियल व औद्योगिक बिजली के रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। अगले 2-3 वर्षों में पंजाब के हर गांव व कस्बे में 24 घंटे आपूर्ति का उन्होंने दम भरा है। मान ने कहा कि पंजाब, देश में सबसे सस्ती बिजली देने वाला प्रदेश होगा। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बिजली फ्री करके दिखाई है। अब हम उन्हीं के मॉडल पर चलते हुए पंजाब को फिर से पंजाब बनाने में जुटे हैं। मान ने कहा कि मुफ्त बिजली से होने वाली बचत से पंजाब के परिवार अपने बच्चों की पढ़ाई करवा सकेंगे। अपने रोजमर्रा के कार्यों में इस पैसे का इस्तेमाल कर सकेंगे।
हम तो हर किसी से सीखेंगे
पंजाब के अधिकारियों द्वारा नई दिल्ली में जाकर बैठक करने का विपक्ष ने विरोध किया था। सीएम भगवंत मान ने फिर कहा, हम तो सभी राज्यों से सीखेंगे। जिस भी राज्य में अच्छी योजना होगी, उसे यहां लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा, एक माह में पंजाब में जितने काम हुए हैं, उतने इतिहास में पहले किसी सरकार ने नहीं किए। एंटी क्रप्शन हेल्प लाइन जारी की है। चुनावों में सभी पार्टियां वादे करती हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद भूल जाती है। हम वादा नहीं भूले। हमें एक-एक वादा याद है और सभी को पूरा किया जाएगा।
अरविंद ने ट्वीट कर दी बधाई
भगवंत जी, इस शानदार निर्णय के लिए बहुत बधाई। हमने अपना पहला वादा पूरा किया। हम जो कहते हैं, करते हैं। दूसरी पार्टियों की तरह झूठे वादे नहीं करते। अब साफ नीयत वाली ईमानदार, देशभक्त सरकार आ गई है। भ्रष्टाचार खत्म करके पैसे बचाएंगे। पंजाब की तरक्की में पेसे की कमी नहीं होने देंगे।
-दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल का ट्वीट।