नयी दिल्ली, 18 मई (एजेंसी)
दिल्ली हाईकोर्ट ने मंगलवार को कहा कि कोरोना ने एक भी परिवार को नहीं बख्शा है और तब भी केंद्र सरकार के अधिकारी जमीनी हकीकत से बेखबर अपनी ‘आरामगाहों’ में रह रहे हैं। जस्टिस मनमोहन और जस्टिस नवीन चावला ने महामारी के हालात से निपटने को लेकर केंद्र से नाराजगी जताते हुए कहा, ‘भगवान इस देश को बचाए।’अदालत ने दिल्ली स्थित पैनासिया बायोटेक की याचिका पर सुनवाई करते हुए ये टिप्पणियां की। अदालत ने कहा कि भारत में स्पुतनिक-वी टीके के उत्पादन से देश को टीकों की कमी दूर करने का एक अवसर मिल रहा है। पीठ ने कहा कि स्पुतनिक वी टीके के उत्पादन के लिए पैनासिया बायोटेक की रशियन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड के साथ साझेदारी को इस अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए कि यहां इसका उपयोग हो और ऐसे मामलों में उच्च अधिकारियों से 30 मिनट के भीतर निर्देश प्राप्त किये जाएं।