ट्रिब्यून न्यूज सर्विस, चंडीगढ़, 25 अक्तूबर
Haryana Assembly Session: हरियाणा की पंद्रहवीं विधानसभा में भी पक्ष और विपक्ष के बीच टकराव देखने को मिलने वाला है। शुक्रवार को विधानसभा के एक दिवसीय विशेष सत्र में इसकी झलक देखने के मिल गई।
बेशक, पहले दिन किसी भी नेता में तीखी बहस नहीं हुई लेकिन चुटकियों के जरिये एक-दूसरे पर कटाक्ष करने का मौका किसी ने नहीं छोड़ा। 14वीं विधानसभा की तरह इस बार भी पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कैबिनेट मंत्री अनिल विज तथा पूर्व स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान और कैबिनेट मंत्री महिपाल सिंह ढांडा के बीच नोक-झोंक देखने को मिली।
दरअसल, स्पीकर के चयन के बाद बिजली व परिवहन मंत्री अनिल विज ने पूर्व की कांग्रेस सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2009 से 2014 तक का रिकार्ड अगर स्पीकर न देखें तो सही है। चूंकि यह ऐसी विधानसभा थी, जिसमें मुझे (विज) सबसे अधिक बार सदन से बाहर निकाला गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा का रिकार्ड देखेंगे तो पता लगेगा कि यह अपने आप में इतिहास है। उन्होंने स्पीकर हरविंद्र कल्याण से आग्रह किया कि वे इस अवधि के रिकार्ड को ब्लैक आउट कर दें।
इससे पहले हुड्डा और विज के बीच विवाद हो चुका था। हुड्डा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के उस कथन पर भी नाराजगी जताई थी, जिसमें उन्होंने स्पीकर चयन के बाद सरकार के विकास कार्यों का जिक्र किया था। पूर्व सीएम ने कहा – सरकार के विकास की बात अगले सत्र में करनी चाहिए। इस पर पलटवार करते हुए विज ने कहा – हुड्डा साहब आपके पास जो कुछ था, हरियाणा की जनता ने उस पर कांटा लगा दिया है।
इसी दौरान पूर्व स्पीकर डॉ. रघुबीर सिंह कादियान तथा हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल सिंह ढांडा में भी बहस हुई। दरअसल, कादियान और ढांडा रिश्ते में मामा-भांजा हैं। ढांडा ने कादियान के अपना मामा कहते हुए उनके साथ एक और शब्द जोड़ दिया था। इसका कांग्रेसियों ने विरोध किया। हालांकि स्पीकर हरविंद्र सिंह कल्याण ने इसे आसानी से निपटा दिया। बाद में विवाद उस समय फिर से खड़ा हो गया जब सफीदों विधायक रामकुमार गौतम ने मामा-भांजा के रिश्तों पर टिप्पणी करते हुए भांजे को लेकर ऐसे शब्द कह दिए, जिस पर ढांडा को फिर से खड़ा होना पड़ा।
इससे पहले डॉ. रघुबीर सिंह कादियान ने कहा – जब ढांडा मेरे पास ओथ के लिए आया तो कहा था कि मामा नमस्ते। उन्होंने कहा – इसकी मां और मेरी बहन कई बार कहती है कि जब यह छोटा था तो बड़ा उछलता था। मुर्गियों की तरह उछलता है। स्पीकर से आग्रह करते हुए डॉ. कादियान ने कहा – इसके लिए कोई दवा का प्रबंध किया जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि यह मेरा भांजा है और इसका सारा कसूर माफ है। फिर हुड्डा ने स्पीकर को कामयाबी का मूल मंत्र देते हुए कहा – दो आदमियों को कंट्रोल कर लो, पूरा सदन सही से चलेगा। एक महिपाल सिंह ढांडा और दूसरा अनिल विज।