ज्ञान ठाकुर/निस
शिमला, 13 अक्तूबर
हिमाचल में बीते लगभग 8 महीनों से कोरोना महामारी के चलते अंतर्राज्यीय रूटों पर बंद पड़ी हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवा बहाल करने को प्रदेश सरकार ने हरी झंडी दे दी है। कल, 14 अक्तूबर से हिमाचल से बाहरी राज्यों के लिए बसें आरंभ हो जाएंगी। हालांकि ये बस सेवाएं केवल 25 चयनित रूटों पर ही आरंभ होंगी और बाकी रूटों पर जल्द ही बस सेवा बहाल की जाएगी। देश की राजधानी दिल्ली अभी भी हिमाचल से दूर ही रहेगी क्योंकि दिल्ली के लिए फिलहाल हिमाचल से कोई सीधी बस सेवा बहाल नहीं की गई है क्योंकि दिल्ली सरकार की ओर से बस सेवा बहाली के लिए प्रदेश सरकार को हरी झंडी नहीं मिली है। इस अंतर्राज्यीय बस सेवा में रात्रि बस सेवाएं भी सम्मिलित की गई हैं।
परिवहन मंत्री बिक्रम सिंह ठाकुर ने आज शिमला में कहा कि सरकार ने राज्य में कोरोना काल के बाद आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने तथा केंद्र सरकार की अनलॉक पांच के दिशा-निर्देशों के मुताबिक अंतर्राज्यीय बस सेवा बहाल करने का फैसला लिया है। जिन 25 रूटों पर अंतर्राज्यीय बस सेवाएं आरंभ की जाएंगी उनमें चंडीगढ़, पठानकोट, बद्दी, होशियारपुर, लुधियाना, अम्बाला और हरिद्वार शामिल हैं। इन अंतरराज्यीय बस रूटों पर सिर्फ नॉन एसी बसें ही चलाई जाएंगी।
उन्होंने कहा कि नवरात्रों और त्यौहारों के मद्देनजर लोगों को सुविधा प्रदान करने के दृष्टिगत प्रदेश सरकार ने यह निर्णय लिया है। पिछले कुछ समय से आम लोग भी अंतरराज्यीय बस सेवाएं आरम्भ करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही अन्य राज्यों के लिए भी अंतरराज्यीय बस सेवाओं का परिचालन आरम्भ किया जाएगा।
परिवहन मन्त्री ने कहा कि अंतरराज्यीय रूटों पर बसों के परिचालन के लिए कोरोना वायरस से बचाव के लिए सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा।
कोरोना ने डूबोए एचआरटीसी के लगभग 300 करोड़
हिमाचल पथ परिवहन निगम पर कोरोना महामारी बहुत भारी पड़ी है। कोरोना महामारी के कारण राज्यपथ परिवहन निगम को अभी तक लगभग 300 करोड़ रुपए के राजस्व का घाटा हो चुका है। यह स्थिति तब है जब निगम अभी आधे से भी कम रूटों पर बसें चला रहा है। ऐसे में अगर निगम आने वाले दिनों में सभी रूटों पर बस सेवाएं बहाल करता है तो निगम का राजस्व घाटा और रफ्तार से बढ़ेगा।