इंदौर (मध्य प्रदेश), 18 अप्रैल (एजेंसी)
लम्बे अंतराल के बाद कल सोमवार से शुरू होने जा रहे वैवाहिक मुहूर्तों पर यहां कोरोना का ग्रहण लगता दिख रहा है। महामारी के घातक प्रकोप के चलते यहां प्रशासन ने फिलहाल विवाह समारोहों को मंजूरी देने से हीं इनकार कर दिया है। नतीजतन सैकड़ों शादियां टल गई हैं और लोगों की ‘बैंड-बाजा-बारात’ की योजना धरी की धरी रह गई है।
जिलाधिकारी मनीष सिंह ने रविवार को बताया कि कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए हम अभी जिले में शादी समारोहों को अनुमति नहीं दे सकते। हमें आम लोगों की सेहत की चिंता है। गौरतलब है कि महामारी की ऊंची संक्रमण दर के मद्देनजर प्रशासन ने शनिवार को ही फैसला किया कि इंदौर के नगरीय क्षेत्रों में 12 अप्रैल से जारी कोरोना कर्फ्यू (आंशिक लॉकडाउन) 23 अप्रैल तक बरकरार रहेगा। उधर, इंदौर होटलियर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सुमित सूरी ने बताया कि अप्रैल और मई में स्थानीय होटलों तथा वैवाहिक हॉलों में करीब 1,500 शादियों की बुकिंग थी, लेकिन अब लोगों ने अधिकांश बुकिंग निरस्त कर दी हैं। उन्होंने कहा कि एक मोटे अनुमान के अनुसार ये शादियां टलने से स्थानीय होटल उद्योग को कम से कम 200 करोड़ रुपये का नुकसान होगा। गौरतलब है कि इंदौर, सूबे में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है जहां 24 मार्च 2020 से लेकर अब तक कुल 89,317 मरीज मिले हैं। इनमें से 1,047 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।