चंडीगढ़, 16 सितंबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कोरोना के लगातार फैल रहे संक्रमण के चलते अब सरकार ने अपने ही फैसले को पलटते हुए कहा है कि अब सरकारी कार्यालयों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के 50 प्रतिशत कर्मचारियों को ही ड्यूटी पर बुलाया जाएगा। इनकी ड्यूटी रोटेशन के आधार पर लगेगी।
मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने नयी गाइडलाइन्स जारी की है। चंडीगढ़ और पंचकूला प्रदेश मुख्यालय के अलावा जिलों व उपमंडलों में भी तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के 50 प्रतिशत ही कर्मचारियों को ड्यूटी पर बुलाया जा सकेगा। प्रथम व द्वितीय श्रेणी के 100 प्रतिशत अधिकारियों को दफ्तर आएंगे। ये आदेश बोर्ड-निगमों, सोसायटियों व सभी यूनिवर्सिटी पर भी लागू होंगे।
विभागों व बोर्ड-निगमों में फाइलों की मूवमेंट कम से कम करने, कर्मचारियों के लिए मॉस्क लगाने के अलावा एंट्री से पहले थर्मल स्कैनिंग अनिवार्य की गई है। बाहरी लोगों की बिना अनुमति के एंट्री नहीं होगी। अधिकारियों से कहा गया है कि वे मीटिंग में भीड़ न जुटाएं। मीटिंग करना बहुत जरूरी है तो वीडियो कान्फ्रेंसिंग से करें।
वाटर टैंक और कूलर रखने होंगे साफ
सभी विभागों के अधिकारियों को कहा गया है कि वे उनके यहां लगे वाटर टैंक और कूलर की नियमित रूप से सफाई सुनिश्चित करें। किसी अधिकारी या कर्मचारी में कोरोना के लक्षण दिखते हैं तो उसका तुरंत टेस्ट करवाया जाए। सरकारी भवनों में एसी चलाने के लिए भी पीडब्ल्यूडी (भवन एवं सड़कें) की गाइडलाइन्स का पालन करना होगा।