नयी दिल्ली, 7 मई (एजेंसी)
भारत चालू वित्त वर्ष के दौरान अनुमानित राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने से चूक सकता है। इसकी वजह मुख्य तौर पर राजस्व प्राप्ति में कमी होगी। फिच सोल्यूशंस ने शुक्रवार को यह कहा। सरकार ने चालू वित्त वर्ष के दौरान की अवधि में राजकोषीय घाटा उसके जीडीपी के मुकाबले 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। फिच सोल्यूशंस ने कहा है, ‘फिच सोल्यूशंस में हम भारत की केन्द्र सरकार का राजकोषीय घाटा 2021- 22 की समाप्ति पर जीडीपी का 8.3 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त करते हैं। राजकोषीय घाटा बढ़ने का मुख्य कारण राजस्व प्राप्तियों में कमी आना होगा। हमारा अनुमान है कि इस दौरान सरकार अपने खर्च के लक्ष्य को बनाये रखेगी।’ एजेंसी ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले और लॉकडाउन उपायों के चलते भारत की आर्थिक सुधार की गति प्रभावित होगी। इसका राजकोषीय राजस्व की प्राप्ति पर नकारात्मक असर होगा।