नयी दिल्ली, 7 सितंबर (एजेंसी)
भारत ने स्वदेश में विकसित ‘हाइपरसोनिक प्रौद्योगिकी निदर्शक यान’ (एचएसटीडीवी) का सोमवार को सफल प्रायोगिक उड़ान परीक्षण किया, जिससे भविष्य में लंबी दूरी तक मार करने वाली मिसाइल प्रणाली और हवाई रक्षा प्रणाली को मजबूती मिलने की उम्मीद है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एचएसटीडीवी को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है, जो हाइपरसोनिक प्रणोदन प्रौद्योगिकी पर आधारित है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एचएसटीडीवी की सफल प्रायोगिक उड़ान पर डीआरडीओ को बधाई दी और इसे एक ‘महत्वपूर्ण उपलब्धि’ करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘आत्मनिर्भर भारत की प्रधानमंत्री की परिकल्पना की दिशा में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर मैं डीआरडीओ को बधाई देता हूं। मैंने परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें इस महान उपलब्धि पर बधाई दी।’ डीआरडीओ के एक अधिकारी ने कहा कि एचएसटीडीवी की सफल प्रायोगिक उड़ान के साथ भारत ने अत्यधिक जटिल प्रौद्योगिकी को प्राप्त करने में अपनी सामर्थ्य का प्रदर्शन किया है जो घरेलू रक्षा उद्योग के साथ भागीदारी में अगली पीढ़ी के हाइपरसोनिक यान निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में काम करेगा।