नयी दिल्ली, 8 सितंबर (भाषा)
IPO Market: आईपीओ बाजार में अगले सप्ताह गहमागहमी देखने को मिलेगी। बजाज हाउसिंग फाइनेंस समेत चार कंपनियां आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Public issue) ला रही हैं। इसके जरिये कंपनियों की कुल 8,390 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है। इन चार मुख्य IPO के अलावा, नौ एसएमई अगले सप्ताह अपना पहला सार्वजनिक निर्गम (Public issue) लाने की तैयारी में जुटे हैं।
इन लघु एवं मझोले उद्यमों (एसएमई) का कुल 254 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य है। कुल मिलाकर इन 13 कंपनियों की IPO के जरिए 8,644 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है एक्विरस के प्रबंध निदेशक मुनीष अग्रवाल ने कहा कि IPO बाजार में गतिविधियों के मामले में अगले दो सप्ताह गहमागहमी देखने को मिलेगी।
उन्होंने कहा, ‘हालांकि इससे लगता है कि बाजार में काफी तेजी है, हमारा मानना है कि IPO लाने वाली कंपनियां स्थिति का लाभ उठाना चाहती हैं, जिनके पास सेबी की वैध टिप्पणियां और निवेशकों के मोर्चे पर अच्छा आकर्षण भी है। वे IPO लाने के लिए वित्त वर्ष 2023-24 के वित्तीय आंकड़ों का उपयोग करने का प्रयास कर रही हैं।’
उन्होंने कहा कि सेबी के नियमों के अनुसार IPO के समय विवरण पुस्तिका (आरएचपी) में वित्तीय आंकड़े छह महीने से कम पुराना होना चाहिए। इसीलिए, सितंबर आखिरी महीना है जब कंपनियां IPO लाने के लिए अपने वित्त वर्ष 2023-24 के वित्तीय आंकड़ों का उपयोग कर सकती हैं।
मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले चार IPO में बजाज हाउसिंग फाइनेंस शामिल है। कंपनी लगभग 6,560 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनायी है। इसके अलावा, पीएन गाडगिल ज्वैलर्स 1,100 करोड़ रुपये, क्रॉस लि. 500 करोड़ रुपये और टॉलिन्स टायर्स के 230 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है।
इनमें से, बजाज हाउसिंग फाइनेंस, क्रॉस लि. और टॉलिन्स टायर्स के IPO आवेदन के लिए नौ सितंबर को खुलेंगे और 11 सितंबर को बंद होंगे जबकि पी एन गाडगिल ज्वैलर्स का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (Public issue) 10 सितंबर को खुलेगा और 12 सितंबर को बंद होगा। इसके अतिरिक्त, आर्केड डेवलपर्स 16 सितंबर को IPO ला सकती है। जबकि वेस्टर्न कैरियर्स इंडिया भी जल्द ही अपना सार्वजनिक निर्गम (Public issue) लाएगी।
इस साल अब तक 50 से अधिक मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने के लिए IPO लाये गये हैं। साथ ही वोडाफोन आइडिया अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (Public issue) (एफपीओ) लायी। श्री तिरुपति बालाजी एग्रो ट्रेडिंग कंपनी का सार्वजनिक निर्गम (Public issue) अभी आवेदन के लिए खुला है और बाजार स्टाइल रिटेल और गाला प्रिसिजन इंजीनियरिंग के IPO इस महीने की शुरुआत में बंद हुए।
इससे पहले, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, ऑनलाइन ई-कॉमर्स मंच फर्स्टक्राई की मूल कंपनी ब्रेनबीज सॉल्यूशंस लि. सहित 10 कंपनियों के IPO अगस्त में आये थे। अग्रवाल ने कहा, ‘प्रमुख शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले IPO के माध्यम से जुटाई गई राशि अगस्त के अंत तक 80,000 करोड़ रुपये थी। हमारा मानना है कि इस वर्ष के अंत तक यह बढ़कर 1.25 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो जाएगी।’
मोजो पीएमएस के मुख्य निवेश अधिकारी सुनील दमानिया ने कहा, ‘जब तक शेयर बाजार मजबूत रहेगा, हम IPO के लिए प्राथमिक बाजार में निरंतर गतिविधियों की उम्मीद कर सकते हैं। हालांकि, अगर कुछ IPO अपने निर्गम मूल्य से नीचे सूचीबद्ध होने लगते हैं, तो यह इस गति को कम कर सकता है। IPO गतिविधियां कम हो सकती हैं।’
कंपनियां विस्तार योजनाओं के लिए पूंजी जुटाने, कर्ज चुकाने, कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं को पूरा करने और मौजूदा शेयरधारकों को कंपनी से बाहर निकलने का मौका देने के लिए प्राथमिक बाजार का उपयोग कर रही हैं।
मुख्य शेयर बाजार में सूचीबद्ध होने वाले IPO के अलावा अगले सप्ताह आदित्य अल्ट्रा स्टील, शुभश्री बायोफ्यूल्स एनर्जी, शेयर समाधान, गजानंद इंटरनेशनल, एसपीपी पॉलिमर, ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज, एक्सीलेंट वायर्स एंड पैकेजिंग, इनोमेट एडवांस्ड मैटेरियल्स और एनविरोटेक सिस्टम्स जैसे लघु एवं मझोले उद्यम IPO ला रहे हैं। इन कंपनियों की सार्वजनिक निर्गम (Public issue) के जरिये 12 से 45 करोड़ रुपये के बीच जुटाने की योजना है।
आदित्य अल्ट्रा स्टील, शुभश्री बायोफ्यूल्स एनर्जी, शेयर समाधान और गजानंद इंटरनेशनल के IPO नौ सितंबर को खुलेंगे। वहीं एसपीपी पॉलिमर और ट्रैफिकसोल आईटीएस टेक्नोलॉजीज के IPO 10 सितंबर को आएंगे। 11 सितंबर को उत्कृष्ट तार और पैकेजिंग और इनोमेट उन्नत सामग्री और 13 सितंबर को एनवायरोटेक सिस्टम्स के IPO आएंगे।
डेजर्व के सह-संस्थापक वैभव पोरवाल ने कहा कि एसएमई शेयरों में हाल में आई तेजी और कुछ कंपनियों में मजबूत सूचीबद्धता लाभ का मुख्य कारण… नकदी, बाजार में चूकने से होने वाले नुकसान की आशंका और खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी है। उन्होंने कहा, ‘त्वरित लाभ से चूकने (एफओएमओ प्रभाव) की आशंका ने एसएमई IPO में निरंतर निवेश को प्रेरित किया है।’
पोरवाल ने कहा, ‘हालांकि, यह प्रवृत्ति अल्पावधि में जारी रह सकती है, लेकिन बाजार में सुधार और नियामक हस्तक्षेप जैसे जोखिम बाजार में तेजी को कम कर सकते हैं। निवेशकों को सावधानी बरतनी चाहिए और बुनियादी बातों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि अगर धारणा में बदलाव होता है तो एसएमई शेयरों में तेजी से गिरावट आ सकती है।’
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि बिना किसी मजबूत वित्तीय स्थिति वाले एसएमई के IPO को कई बार अधिक अभिदान मिल रहा है। इसका कारण खुदरा निवेशक हैं, जो ऐसे IPO में पैसा लगा रहे हैं। हाल ही में, नियामक ने एसएमई IPO में गतिविधियों के बारे में चिंता व्यक्त की है। इसके साथ, विशेषज्ञों ने उस बाजार में गतिविधियां कुछ सुस्त होने की संभावना जतायी है।