गांधीनगर, 12 मार्च (एजेंसी)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अफसोस जताया कि आजादी के बाद देश के सुरक्षा तंत्र में जरूरत के बावजूद शायद ही कोई सुधार किया गया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के बाद आंतरिक सुरक्षा ढांचे में सुधार की आवश्यकता थी, लेकिन देश इस मामले में पिछड़ गया। मोदी यहां राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (आरआरयू) की नयी इमारत का उद्घाटन करने के बाद संस्थान के दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने सुरक्षा तंत्र में शामिल सभी कर्मियों को संपूर्ण प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। प्रधानमंत्री ने कहा कि ब्रिटिश शासन के दौरान आंतरिक सुरक्षा का मकसद जनता में भय बनाए रखना था, जिसे बदलने की जरूरत है। आम लोगों की इस धारणा में बदलाव लाने की जरूरत है कि सुरक्षा एजेंसियों, खासकर पुलिस बल से दूर रहने में ही भलाई है। पीएम ने कहा कि कर्मियों की संख्या में इजाफा करने से कहीं अधिक प्रशिक्षित अधिकारियों की जरूरत है।