गढ़वा (झारखंड), 4 नवंबर (भाषा)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन पर तुष्टिकरण की नीति को चरम पर पहुंचाने का आरोप लगाया और उन्हें ‘घुसपैठिया समर्थक’ करार देते हुए कहा कि अगर उनकी यही ‘कुनीति’ जारी रही तो राज्य में आदिवासी समाज का दायरा सिकुड़ जाएगा।
यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने भ्रष्टाचार और परिवारवाद के मुद्दे पर भी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन को घेरा और दावा किया कि आज झारखंड में हर तरफ ‘रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-राजग की सरकार’ की ही गूंज है।
उन्होंने कहा, ‘‘झामुमो-कांग्रेस-राजद ने तुष्टिकरण की नीति को चरम पर पहुंचा दिया है। ये तीनों दल सामाजिक ताना-बाना तोड़ने पर आमादा हैं। ये तीनों दल घुसपैठिया समर्थक हैं। बांग्लादेशी घुसपैठियों के वोट पाने के लिए ये उन्हें पूरे झारखंड में बसा रहे हैं।”
राज्य में विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद प्रधानमंत्री की यह पहली चुनावी रैली थी, जिसमें उन्होंने आदिवासी अस्मिता का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा, ‘‘ये (घुसपैठिये) आपकी रोटी भी छीन रहे हैं, ये आपकी बेटी भी छीन रहे हैं और ये आपकी माटी को भी हड़प रहे हैं। अगर झामुमो-कांग्रेस-राजद की यही कुनीति जारी रही तो झारखंड में आदिवासी समाज का दायरा सिकुड़ जाएगा।”
घुसपैठियों को आदिवासी समाज और देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा करार देते हुए प्रधानमंत्री ने मतदाताओं से इस ‘घुसपैठिया गठबंधन’ को अपने एक वोट से उखाड़ फेंकने का आह्वान किया।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सत्तारूढ़ गठबंधन पर प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री हो, मंत्री हो, विधायक हो या फिर सांसद हो… ऐसा कोई बचा नहीं जिन पर पिछले पांच सालों में भ्रष्टाचार के संगीन आरोप नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला करता है। भ्रष्टाचार, गरीब, दलित, पिछड़े, आदिवासी को सबसे ज्यादा दुखी करता है, बर्बाद कर देता है।”
प्रधानमंत्री ने परिवारवाद को झारखंड का एक और बहुत बड़ा दुश्मन बताया और झामुमो, कांग्रेस और राजद को घोर परिवारवादी दल करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘ये लोग चाहते हैं कि सत्ता की चाबी केवल इन्हीं के परिवार के पास रहे।”
मोदी ने दावा किया कि कांग्रेस और उसके सहयोगी जहां-जहां भी झूठ बोलकर सत्ता में आए हैं, उस राज्य को उन्होंने बर्बाद कर दिया है। चुनावी गारंटी को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की हाल ही की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि अब इस विपक्षी पार्टी के प्रमुख ने भी मान लिया है कि उनकी पार्टी झूठी गारंटी देती है।
उन्होंने कहा, ‘‘पता नहीं कैसे खरगे जी के मुंह से जाने-अनजाने में सच निकल गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जो ये अनाप-शनाप घोषणाएं हैं, ये राज्यों को दिवालिया कर देंगी।” उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से ही कांग्रेस की राजनीति का बहुत बड़ा आधार रहा है जनता से झूठ बोलना और उसे धोखा देना।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘ये झूठे वादे करके मतदाताओं को धोखा देते हैं। हमारे नागरिकों की आंख में धूल झोंक देते हैं। अभी हाल ही में हरियाणा ने इन्हें सबक सिखाया है।”
प्रधानमंत्री ने राज्य की गठबंधन सरकार के खिलाफ वादे करते हुए निम्नलिखित बिंदुओं पर जोर दिया:
- नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता: राज्य की गठबंधन सरकार ने यहां नौजवानों को बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था लेकिन उसे पूरा नहीं किया।
- सरकारी पदों की भर्ती: भाजपा ने इस स्थिति को बदलने का निर्णय लिया है और सरकार बनने के बाद करीब तीन लाख सरकारी पदों को पारदर्शी तरीके से भरा जाएगा।
- झारखंड के विकास के लिए ईमानदार प्रयास: प्रधानमंत्री ने कहा कि हम ईमानदारी से झारखंड के विकास की हर कोशिश कर रहे हैं।
- डबल इंजन की सरकार: जब यहां आप लोग डबल इंजन की सरकार बनाएंगे, तो राज्य का विकास भी डबल तेजी से होने लगेगा।
- सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि: भाजपा झारखंड की सुविधा, सुरक्षा, स्थिरता व समृद्धि की गांरटी के साथ चुनावी मैदान में उतरी है।
- संकल्प पत्र: झारखंड भाजपा ने एक शानदार संकल्प पत्र जारी किया है जो रोटी-बेटी-माटी के सम्मान, सुरक्षा और समृद्धि के लिए समर्पित है।
उन्होंने कहा, ‘‘आज झारखंड में हर तरफ एक ही गूंज है, ‘रोटी-बेटी-माटी की पुकार, झारखंड में भाजपा-राजग की सरकार’।”झारखंड में दो चरणों में 13 और 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के तहत मतदान होगा और मतों की गिनती 23 नवंबर को की जाएगी।