नयी दिल्ली, 6 दिसंबर (एजेंसी)
एक अध्ययन से पता चला है कि कोरोना के कारण कंपनियों की आय पर पड़े असर के बावजूद नौकरियों और वेतन में उतने व्यापक स्तर पर कटौती नहीं हुई है जितना कि आशंका जतायी जा रही थी।
अगस्त के अंत से नवंबर के मध्य तक किये गये सर्वे में विभिन्न क्षेत्रों की 250 कंपनियों को शामिल किया गया था। सीआईआई-टैलेंटोनिक एचआर सोल्यूशंस ने संयुक्त रूप से यह अध्ययन किया और रिपोर्ट के अनुसार कंपनियों के लिये कोरोना से निपटने के लिये 13 प्राथमिकताओं में नौकरी से हटाना सातवें स्थान पर था। जबकि वेतन में कटौती या उसे आगे टालने की प्राथमिकता 13वें स्थान पर थी।
वर्क फ्राम होम से कई समस्याओं का समाधान
रिपोर्ट के अनुसार घर से काम ने कई समस्याओं का समाधान किया है लेकिन इसके बावजूद रहन-सहन, संस्कृति के स्तर अलग-थलग होने को लेकर चिंता बढ़ी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि संगठन को फिर से तैयार करना और उसे स्थायी तौर पर बदलाव के लिये नये कौशल की जरूरत है।