नासिक/मुंबई, 21 अप्रैल (एजेंसी)
महाराष्ट्र के नासिक में एक अस्पताल में बुधवार को भंडारण संयंत्र से ऑक्सीजन के रिसाव के बाद इस गैस की आपूर्ति बाधित होने से कम से कम 22 कोरोना मरीजों की मृत्यु हो गयी। नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में 150 मरीज भर्ती थे, घटना के वक्त 23 वेंटिलेटर पर थे और बाकी ऑक्सीजन पर थे। जिलाधिकारी सूरज मांढरे ने कहा, ‘मौजूदा जानकारी के अनुसार जाकिर हुसैन निगम अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित होने से 22 लोगों की मृत्यु हो गयी। ये रोगी वेंटिलेटर और ऑक्सीजन पर थे। ऑक्सीजन आपूर्ति टैंक में रिसाव के बाद गैस की आपूर्ति बाधित हो गयी।’
मांढरे ने कहा कि नगर निगम ने तत्काल शहर में दूसरी जगहों से ऑक्सीजन सिलेंडर लाकर लगाये हैं जहां ऑक्सीजन की जरूरत अपेक्षाकृत कम थी। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार दोपहर करीब 12.30 बजे ऑक्सीजन रिसाव का पता चला जिसके बाद अस्पताल के अधिकारियों को जानकारी दी गयी। मांढरे ने कहा कि अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन भंडारण टैंक का रख-रखाव एक निजी कंपनी देखती है।
संभागीय राजस्व आयुक्त राधाकृष्ण गामे ने कहा कि शहर के द्वारका क्षेत्र में स्थित अस्पताल के परिसर में 13 किलोलीटर क्षमता का ऑक्सीजन टैंक लगाया गया था। उन्होंने कहा, ‘सुबह 10 बजे के आसपास ऑक्सीजन भंडारण टैंक का एक सॉकेट टूट गया और रिसाव शुरू हो गया। जब अस्पताल कर्मियों को पता चला तो उन्होंने रोगियों को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए बड़े सिलेंडरों को लगाया तथा कुछ रोगियों को वहां से हटाना शुरू कर दिया।’ उन्होंने कहा, ‘घटना के बाद लोग अस्पताल के वार्डों में पहुंचने लगे जिससे बचाव अभियान में अड़चन आई। इस दौरान एक ऑक्सीजन टैंकर अस्पताल परिसर में पहुंच गया। टैंकर के साथ आये टेक्नीशियनों ने टैंक का लॉक खोला तथा वाल्व बंद कर दिया जिससे ऑक्सीजन का रिसाव बंद हो गया।’