इंदौर, 11 अगस्त (एजेंसी)
मध्यप्रदेश के बड़वानी जिले में पुलिस कर्मियों द्वारा गुरुद्वारे के ग्रंथी सहित 2 सिखों के साथ कथित तौर पर अमानवीय व्यवहार किए जाने के बहुचर्चित मामले का राज्य मानवाधिकार आयोग ने मंगलवार को संज्ञान लिया। आयोग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयोग के अध्यक्ष जस्टिस नरेंद्र कुमार जैन ने 5 दिन पुरानी घटना को लेकर बड़वानी के पुलिस अधीक्षक से 3 हफ्ते में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अधिकारी ने बताया कि आयोग ने मीडिया की खबरों पर इस घटना का संज्ञान लिया है। घटना को अमानवीय बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इसकी जांच का आदेश पहले ही दे चुके हैं। प्रदेश सरकार दोनों पुलिसकर्मियों को निलंबित भी कर चुकी है। इंदौर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) विवेक शर्मा मामले की विस्तृत जांच कर रहे हैं।
यह है मामला
गौरतलब है कि बड़वानी के जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर पलसूद क्षेत्र में बृहस्पतिवार को वाहनों के दस्तावेजों की जांच के दौरान विवाद में एक एएसआई और एक प्रधान आरक्षक ने स्थानीय गुरुद्वारे के ग्रंथी सहित 2 सिखों की कथित तौर पर पिटाई कर दी थी। पीड़ित व्यक्ति सिखों के सिकलीगर समुदाय से जुड़े हैं। मौके पर मौजूद एक पुलिसकर्मी ने कथित रूप से उसके केश खींचे, जबकि दूसरे पुलिसकर्मी ने उसकी शर्ट पकड़ कर उसे सड़क पर घसीट दिया था। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही प्रदेश की भाजपा सरकार विपक्षी दलों के निशाने पर आ गयी थी।