वाराणसी, जुलाई (एजेंसी)
कोविड-19 के खिलाफ उत्तर प्रदेश की लड़ाई को ‘अभूतपूर्व’ करार देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस के खतरनाक स्वरूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया था लेकिन प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया। अपने संसदीय क्षेत्र में 1500 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने महामारी के खिलाफ काशी क्षेत्र में किए गए प्रयासों की भी जमकर सराहना की। उन्होंने कहा, ‘मुश्किल समय में भी काशी ने दिखा दिया है कि वह रुकती नहीं है और वह थकती भी नहीं है।’ उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीने पूरी मानव जाति के लिए बहुत मुश्किल भरे रहे हैं और इस दौरान कोरोना वायरस के बदलते हुए और खतरनाक रूप ने पूरी ताकत के साथ हमला किया। उन्होंने कहा, ‘लेकिन काशी सहित अपने उत्तर प्रदेश ने पूरे सामर्थ्य के साथ इतने बड़े संकट का मुकाबला किया। देश का सबसे बड़ा प्रदेश जिसकी आबादी दुनिया के दर्जनों बड़े-बड़े देशों से भी ज्यादा होगी, वहां कोरोना की दूसरी लहर को जिस तरह संभाला, उत्तर प्रदेश में जिस प्रकार कोरोना को फैलने से रोका, वह अभूतपूर्व है।’ प्रधानमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों के दौरान फैलने वाले दिमागी बुखार जैसी बीमारियों का उल्लेख करते हुए लोगों को याद दिलाया कि ‘वरना उत्तर प्रदेश के लोगों ने वह दौर भी देखा है।’ उन्होंने कहा, ‘पहले के दौर में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी और इच्छाशक्ति के अभाव में छोटे-छोटे संकट भी उत्तर प्रदेश में विकराल हो जाते थे। यह तो 100 साल में पूरी दुनिया पर आई सबसे बड़ी महामारी है। इसलिए कोरोना से निपटने में उत्तर प्रदेश के प्रयास उल्लेखनीय हैं।’ कोरोना के खिलाफ काशी प्रशासन के प्रयासों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने दिन-रात कड़ी मेहनत कर यहां स्वास्थ्य की व्यवस्थाएं खड़ी कीं। उन्होंने कहा, ‘कठिन समय था, लेकिन आपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोड़ी। आप सभी के ऐसे ही कार्यों का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश कोरोना की सबसे ज्यादा जांच करने वाला राज्य है। आज उत्तर प्रदेश पूरे देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण करने वाला राज्य है। सबको टीका और मुफ्त टीका अभियान के माध्यम से गरीब, मध्यमवर्ग, किसान, नौजवान सभी को सरकार द्वारा मुफ्त टीका लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के गांवों में स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना हो या राज्य में अस्पतालों का निर्माण, राज्य में चिकित्सा संसाधन में अभूतपूर्व सुधार हो रहा है।