कोलकाता, 31 मई (एजेंसी)
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शुक्रवार को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में तय समय से करीब एक सप्ताह पहले दस्तक दे दी। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्यतः पांच जून को उत्तर बंगाल में तथा नौ जून के आसपास राज्य के दक्षिणी भाग में पहुंचता है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि क्षेत्र में दक्षिण-पश्चिम मानसून के जल्दी आने का कारण चक्रवात ‘रेमल’ का प्रभाव हो सकता है, जो बंगाल की खाड़ी से दक्षिण-पश्चिमी हवा को तटों तक लेकर आया और उसके बाद मानसून तेज गति से उत्तरी बंगाल की ओर बढ़ा। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों में उप-हिमालयी जिलों – कूचबिहार, जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कलिम्पोंग और दार्जिलिंग के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने का अनुमान जताया है जबकि एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। गौर हो कि चक्रवाती तूफान रेमल के प्रभाव के कारण इस बार जहां केरल में मानसून पहले पहुंचा, वहीं पूर्वोत्तर में भी भारी बारिश हुई। शुक्रवार को पूर्वोत्तर के अनेक इलाकों में व्यापक वर्षा का सामान्य जन-जीवन पर असर पड़ा।