मुंबई, 25 जून (एजेंसी)
शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने शनिवार को एक प्रस्ताव पारित कर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को ‘पार्टी से विश्वासघात करने वालों’ के खिलाफ कार्रवाई के लिए अधिकृत किया, लेकिन बागी नेता एकनाथ शिंदे के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने से परहेज किया। पार्टी की कार्यकारिणी की यहां हुई बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि कोई अन्य राजनीतिक संगठन शिवसेना और इसके संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे के नाम का उपयोग नहीं कर सकता है। पार्टी सांसद संजय राउत ने कहा कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने बागी विधायकों की निंदा की और कहा कि पार्टी उद्धव ठाकरे के साथ है।
उधर, गुवाहाटी में डेरा डाले शिंदे गुट ने कहा कि उसने अपना नाम ‘शिवसेना (बालासाहेब)’ रखा है। बागी समूह के प्रवक्ता दीपक केसरकर ने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्होंने शिवसेना नहीं छोड़ी है, लेकिन अपने समूह का नाम शिवसेना (बालासाहेब) रखा है। केसरकर ने दावा किया कि उनके पास दो तिहाई बहुमत है और इसलिए शिंदे शिवसेना विधायक दल के नेता बने हुए हैं।
उन्होंने कहा कि 16-17 लोग 55 विधायकों के समूह के नेता को नहीं बदल सकते। उन्होंने यह भी कहा कि शिंदे को शिवसेना समूह के नेता के रूप में बदलने के महाराष्ट्र विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल के आदेश को अदालत में चुनौती दी जाएगी। केसरकर ने दोहराया कि उद्धव ठाकरे के साथ दरार का कारण 2019 में भाजपा के साथ गठबंधन तोड़कर राकांपा और कांग्रेस से हाथ मिलाने का उनका निर्णय था। इस बीच, महाराष्ट्र विधान भवन सचिवालय ने एकनाथ शिंदे समेत शिवसेना के 16 बागी विधायकों को अयोग्य घोषित किये जाने संबंधी अर्जी पर शनिवार को ‘समन’ जारी कर उनसे 27 जून की शाम तक लिखित जवाब मांगा है।
बागी विधायक के कार्यालय में तोड़फोड़ : शिवसेना कार्यकर्ताओं ने ठाणे में एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे के बैनरों को निशाना बनाया। एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र सरकार ने उनके सहित 38 बागी विधायकों और उनके परिवारों के आवासों से सुरक्षा कवर वापस ले लिया है, लेकिन राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस तरह के किसी भी कदम से इनकार किया।
आठवले बोले-दादागीरी न करें शिवसैनिक : केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने कहा कि अगर शिवसेना के कार्यकर्ता दादागीरी करेंगे तो हम भी उसी तरीके से प्रतिक्रिया देने में सक्षम हैं। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी गठबंधन सरकार अब अल्पमत में है। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात के बाद आठवले ने संवाददाताओं से कहा, ‘फडणवीस ने मुझे बताया कि भाजपा की कोई भूमिका नहीं है। भाजपा इंतजार करने की मुद्रा में है।’