नयी दिल्ली, 4 अगस्त (ट्रिन्यू)
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने सरकार को बताया है कि पाकिस्तान स्थित सोशल मीडिया अकाउंट से हरियाणा के मेवात में हिंसा भड़काई जा रही है। आशंका है कि इन्हें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों की शह मिली है। पिछले दिनों ‘अहसान मेवाती पाकिस्तानी’ नाम के यूट्यूब से ऐसे ही वीडियो तैयार किए गए। ये वीडियो गत 31 जुलाई को नूंह दंगों के दौरान सोशल मीडिया पर अपलोड किए गए। बताया जाता है कि इनका मंतव्य हिंसा भड़काना रहा।
अभी यह जांच दायरे में है कि पाकिस्तानी व्यक्ति को सीधे नूंह के किसी व्यक्ति से वीडियो मिल रहे थे। ज्यादातर वीडियो नूंह क्षेत्र में इंटरनेट बैन से पहले के हैं। सूत्रों ने बताया, ‘पाकिस्तान में तैयार यूट्यूब अकाउंट पर न केवल घृणित कहानी वाले वीडियो अपलोड किए जा रहे थे, बल्कि हरियाणा से सटीक जमीनी जानकारी भी पोस्ट की जा रही थी। वीडियो में पुलिस और प्रशासन का मज़ाक उड़ाया गया और दोनों पक्षों को उकसाया गया। इन पर 48 घंटे में 1.45 लाख प्रतिक्रियाएं आईं। वीडियो के करीब 80 हजार फॉलोअर्स हैं। जांच में पता चला है कि यूट्यूब चैनल जीशान मुश्ताक के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस यूट्यूब चैनल को पिछले दिनों इस्लामाबाद, सरगोधा और लाहौर में सर्च किया गया। इसका आईपी एड्रेस पाकिस्तान शिक्षा और अनुसंधान नेटवर्क, इस्लामाबाद में है। उनका एक ठिकाना पाकिस्तान के पंजाब के मुख्यमंत्री सचिवालय से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थित बताया जा रहा है।