नयी दिल्ली, 25 सितंबर (एजेंसी)
दिल्ली में एक जिला अदालत के भीतर शुक्रवार को गोलीबारी की घटना के मद्देनजर सुप्रीम कोर्ट में एक अर्जी दाखिल कर केंद्र और राज्यों को अधीनस्थ अदालतों में सुरक्षा के लिए तत्काल कदम उठाने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है। दिल्ली की रोहिणी अदालत में शुक्रवार को गैंगस्टर जितेंद्र गोगी की, वकील के वेश में आये दो हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। पुलिस की तत्परता से की गयी जवाबी कार्रवाई में दोनों हमलावर भी मारे गए। घटना में कानून का प्रशिक्षु छात्र भी घायल हो गया। अर्जी में कहा गया है कि गैंगस्टर और कुख्यात अपराधियों को प्रत्यक्ष रूप से पेश करने के बजाय निचली अदालत के समक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जेलों से पेश किया जा सकता है। सुप्रीम कोर्ट में वकील विशाल तिवारी ने यह अर्जी दी है। एक अन्य वकील दीपा जोसेफ ने दिल्ली हाईकोर्ट का रुख किया और अधिकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में जिला अदालतों की सुरक्षा के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश देने का आग्रह किया।
वकीलों ने नहीं किया काम : दिल्ली के रोहिणी में अदालत के भीतर गोलीबारी की घटना में गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी और उस पर हमला करने वाले दो लोगों की मौत के एक दिन बाद शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी की सभी जिला अदालतों में वकीलों ने काम नहीं किया। सभी जिला अदालत बार एसोसिएशन की संयोजक समिति के प्रवक्ता संजीव नासियर ने कहा कि जमानत और हिरासत की अवधि बढ़ाने जैसे अहम मामलों को छोड़कर किसी भी जिला अदालत में काम नहीं हुआ क्योंकि वकील न्यायाधीशों के सामने उपस्थित नहीं हुए।