नयी दिल्ली, 25 जून (एजेंसी)
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष होंगे। पार्टी संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी ने लोकसभा के कार्यवाहक अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) भर्तृहरि महताब को पत्र भेज कर इस संबंध में कांग्रेस के फैसले के बारे में उन्हें अवगत कराया है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों की नेताओं की बैठक के बाद कांग्रेस ने राहुल गांधी को नेता प्रतिपक्ष बनाने के बारे में घोषणा की। विपक्षी दलों की बैठक में लोकसभा अध्यक्ष पद के चुनाव की रणनीति पर चर्चा की गई। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने संवाददाताओं को बताया कि सोनिया गांधी ने पार्टी के इस फैसले के बारे में सूचित करते हुए लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब को पत्र भेजा है। उन्होंने कहा कि लोकसभा में संसदीय दल के अन्य पदों को लेकर फैसला बाद में होगा।
राहुल गांधी को यह जिम्मेदारी मिलने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘18वीं लोकसभा में लोकसभा सही मायनों में अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति की आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करेगी। राहुल गांधी उनकी आवाज बन रहे हैं।’ उनका कहना था, ‘कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में मुझे विश्वास है कि एक नेता जिन्होंने कन्याकुमारी से कश्मीर तक और मणिपुर से महाराष्ट्र तक पूरे देश का दौरा किया है, वह लोगों विशेषकर हाशिए पर रहने वाले और गरीबों की आवाज उठाएंगे। कांग्रेस पार्टी न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के अपने शाश्वत सिद्धांतों को कायम रखते हुए लोकतंत्र और संविधान की रक्षा के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है।’ राहुल गांधी इस बार उत्तर प्रदेश के रायबरेली लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं। इससे पहले वह लोकसभा में केरल के वायनाड और उत्तर प्रदेश के अमेठी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। वह पांचवीं बार लोकसभा पहुंचे हैं।
संविधान की प्रति पकड़कर ली शपथ
अठारहवीं लोकसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को ओम बिरला, राहुल गांधी, अखिलेश यादव, चरणजीत सिंह चन्नी, हरसिमरत बादल, सुप्रिया सुले, सुदीप बंदोपाध्याय, अभिषेक बनर्जी, असदुद्दीन ओवैसी और संबित पात्रा समेत अनेक नवनिर्वाचित सदस्यों ने निचले सदन की सदस्यता की शपथ ली। कांग्रेस सदस्य राहुल गांधी ने अंग्रेजी में शपथ ली, इस दौरान संविधान की प्रति उनके हाथ में थी। उन्होंने पोडियम से ‘जय हिंद, जय संविधान’ का नारा लगाया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी शपथ के वक्त अपने हाथ में संविधान की प्रति ले रखी थी। धारावाहिक रामायण में भगवान राम के किरदार से मशहूर हुए मेरठ के नवनिर्वाचित भाजपा सांसद अरुण गोविल और मथुरा से पुन: सांसद निर्वाचित हुईं हेमा मालिनी ने भी शपथ ग्रहण की। पंजाब के सांसदों को जब शपथ दिलाई जा रही थी, उस दौरान लोकसभा महासचिव ने खडूर साहिब सीट से निर्वाचित व जेल में बंद अमृतपाल सिंह का नाम भी शपथ लेने के लिए पुकारा।