हरीश लखेड़ा/ ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 27 जुलाई
लद्दाख में चीन के आक्रामक रुख पर वामदलों की अग्रणी पार्टी माकपा की चुप्पी नहीं टूट पाई है। पार्टी की केंद्रीय कमेटी की 2 दिवसीय बैठक के बाद जारी प्रस्तावों में कोरोना, अर्थव्यवस्था, सांप्रदायिकता जैसे मुद्दों पर मोदी सरकार के खिलाफ ‘लाल’ हुई माकपा ने चीन को लेकर एक शब्द भी नहीं कहा है। मोदी सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए माकपा ने अपनी मांगों के साथ आगामी 20 से 26 अगस्त तक देशव्यापी विरोध सप्ताह मनाने का ऐलान किया है। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने सोमवार को कहा कि केंद्रीय कमेटी ने ट्रेड यूनियनों, किसान संगठनों और कृषि श्रमिक यूनियनों के 9 अगस्त के देशव्यापी विरोध के समर्थन का ऐलान किया है।
दो दिवसीय बैठक के दौरान माकपा के निशाने पर मोदी सरकार और आरएसएस खासतौर पर रहे। इस वर्चुअल बैठक के फैसलों की जानकारी देते हुए येचुरी ने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने में मोदी सरकार विफल रही है।