बेंगलुरू, 31 मई (एजेंसी)
महिलाओं के यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे जनता दल-सेक्युलर (जद-एस) के निलंबित नेता प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी से यहां पहुंचन के बाद बृहस्पतिवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। शुक्रवार को अदालत ने रेवन्ना को 6 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया। प्रज्वल पर महिलाओं का यौन शोषण करने का आरोप है। एसआईटी उनसे पूछताछ करेगी। रेवन्ना लोकसभा चुनाव के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुए मतदान के एक दिन बाद 27 अप्रैल को जर्मनी चले गए थे।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने शुक्रवार को कहा कि बृहस्पतिवार रात 12 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 50 मिनट के बीच यहां पहुंचे रेवन्ना को गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि रेवन्ना ने इन सभी बातों को जानने के बाद और यह सोचकर वीडियो जारी कर 31 मई को आत्मसमर्पण करने की घोषणा की कि अगर लोकसभा चुनाव के नतीजे उनके खिलाफ आए तो उनका राजनयिक पासपोर्ट वापस ले लिया जाएगा और उन्हें वापस आना पड़ेगा। अब वह आ गए हैं। इससे एसआईटी को जांच में मदद मिलेगी।’ उधर, रेवन्ना के वकील ने कहा कि सांसद एसआईटी का पूरा सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने इस मामले में ‘मीडिया ट्रायल’ नहीं किए जाने का अनुरोध किया है।
महिला पुलिसकर्मियों ने ही की कार्रवाई
एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि रेवन्ना विमान से जैसे ही उतरे, खाकी वर्दीधारी एसआईटी दल की महिलाओं ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस दल का नेतृत्व दो आईपीएस अधिकारियों सुमन डी पेन्नेकर और सीमा लाटकर ने किया। रेवन्ना को एक जीप में सीआईडी कार्यालय ले जाया गया। जीप में केवल महिला पुलिसकर्मी ही थीं। एसआईटी के एक सूत्र ने कहा, ‘रेवन्ना को गिरफ्तार करने के लिए सभी महिला अधिकारियों को भेजने का कदम जानबूझकर उठाया गया। इस कदम से यह संदेश गया कि जद(एस) नेता ने एक सांसद के रूप में अपने पद और शक्ति का महिलाओं के खिलाफ दुरुपयोग किया और उन्हीं महिलाओं के पास कानूनी कार्रवाई के जरिए उन्हें गिरफ्तार करने का अधिकार है।’