चंडीगढ़, 26 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
Laureus Bishnoi Interview Case: पंजाब पुलिस के सात अधिकारियों को एक बड़े विवाद में शामिल होने पर निलंबित कर दिया गया है। इनमें दो डिप्टी सुपरिंटेंडेंट (डीएसपी) भी शामिल हैं। इन अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का टीवी इंटरव्यू करवाने में मदद की, जबकि वह पंजाब पुलिस की हिरासत में था। यह इंटरव्यू खरड़ सीआईए स्टेशन में पुलिस हिरासत के दौरान रिकॉर्ड किया गया था।
लॉरेंस बिश्नोई, गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में आरोपी है और मुंबई में बाबा सिद्दीकी हत्याकांड का भी संदिग्ध साजिशकर्ता माना जा रहा है। इसके अलावा, कनाडा सरकार ने उस पर 2023 में हार्दिक निज्जर की हत्या में भारत के एजेंट के रूप में शामिल होने का आरोप लगाया है।
पंजाब गृह विभाग ने शुक्रवार को डीएसपी रैंक के दो अधिकारियों – गुरशेर सिंह संधू और समीर वनीत के निलंबन का आदेश जारी किया। इनके अलावा एसआई रीना, एसआई जगतपाल जांगू, एसआई शगंजीत सिंह, एएसआई मुख्तियार सिंह और हेड कांस्टेबल ओम प्रकाश को भी निलंबित कर दिया गया है।
मार्च 2023 में लॉरेंस बिश्नोई के दो इंटरव्यू एक टीवी चैनल पर प्रसारित हुए थे, जब वह पंजाब और राजस्थान पुलिस की हिरासत में था। पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के निर्देश पर डीजीपी (स्पेशल) प्रबोध कुमार के नेतृत्व में बनाई गई एसआईटी की जांच में यह खुलासा हुआ कि इनमें से एक इंटरव्यू वीडियो कॉल के माध्यम से खरड़ सीआईए स्टेशन में किया गया था।
यह इंटरव्यू सिद्धू मूसेवाला की पहली पुण्यतिथि के भोग (मृत्यु के 10 महीने बाद) के अवसर पर प्रसारित हुआ था। मूसेवाला के पिता, बलकौर सिंह सिद्धू ने तब आरोप लगाया था कि पुलिस और गैंगस्टर के बीच मिलीभगत है। बाद में, एसआईटी ने उनके आरोपों को सत्य पाया।