अजय बनर्जी/ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 31 मई
फेसबुक और इंस्टाग्राम के मालिकाना हक वाली सोशल मीडिया दिग्गज मेटा ने कहा है कि चीन में एक नेटवर्क फर्जी पोस्ट और छेड़छाड़ की गई तस्वीरों से सोशल मीडिया सामग्री के ज़रिए दुनिया भर के सिख समुदाय को निशाना बनाया गया। मई 2024 के लिए मेटा की तिमाही रिपोर्ट में कहा गया, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि इन समूहों ने ऑपरेशन ‘के’ नामक एक फर्जी अभियान चलाया, जिसमें सिखों, भारत के विरोध में प्रदर्शन का आह्वान किया गया।’
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह अभियान कई फर्जी खातों के माध्यम से चलाया गया। ऐसी गतिविधियों से ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, ब्रिटेन और नाइजीरिया में रहने वाले सिखों को सोशल मीडिया पर सामग्री के माध्यम से निशाना बनाया जा रहा था। सोशल मीडिया के पोस्ट ‘खालिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन’, ‘पंजाब में बाढ़’ जैसे विषयों से संबंधित हैं।
मेटा ने कहा कि पोस्ट मुख्य रूप से अंग्रेजी और हिंदी में थे, जिनमें फोटो एडिटिंग टूल द्वारा छेड़छाड़ की गई या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) द्वारा उत्पन्न की गई छवियों के अलावा पंजाब क्षेत्र में बाढ़, दुनिया भर में सिख समुदाय, खालिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन, कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार की आलोचना के बारे में पोस्ट शामिल थे। सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों ने कहा कि अब तक पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने सिखों को निशाना बनाया है, चीन द्वारा किया जा रहा काम पहला है, या यह चीन और पाकिस्तान का संयुक्त अभियान भी हो सकता है।
ऐसे कई अकाउंट हटाए गए
मेटा ने कहा, ‘हमने समन्वित अप्रामाणिक व्यवहार के खिलाफ हमारी नीति का उल्लंघन करने के लिए 37 फेसबुक अकाउंट, 13 पेज, पांच ग्रुप और इंस्टाग्राम पर नौ अकाउंट हटा दिए।’ मेटा ने कहा कि बृहद पैमाने पर ऐसी पोस्टों के फैलने से पहले ही खोज लिया और हटा दिया। सोशल मीडिया पर लगभग 2,700 खातों ने इनमें से एक या अधिक पेजों को फॉलो किया, लगभग 1,300 खातों ने इनमें से एक या अधिक समूहों को जॉइन किया, और 100 से कम खातों ने इनमें से एक या अधिक इंस्टाग्राम खातों को फॉलो किया।