नयी दिल्ली (एजेंसी) :
भारत ने स्वदेश में विकसित ‘हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल’ (एचएसटीडीवी) का सोमवार को सफल प्रायोगिक उड़ान परीक्षण किया। इससे भारत उन देशों के चुनींदा समूह में शामिल हो गया है जिनके पास अगली पीढ़ी की हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल विकसित करने की क्षमता है। अधिकारियों ने बताया कि एचएसटीडीवी को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने विकसित किया है जो लंबी दूरी तक मार करने वाली क्रूज मिसाइलों और हवाई रक्षा प्रणाली जैसे भविष्य के उपकरण विकसित करने में भारत की मदद करेगा। उन्होंने बताया कि एचएसटीडीवी मिसाइलों को लगभग ‘6 मैक’ या ध्वनि की गति से 6 गुना अधिक रफ्तार प्रदान करने में सक्षम है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एचएसटीडीवी की सफल प्रायोगिक उड़ान पर डीआरडीओ को बधाई दी और इसे एक ‘महत्वपूर्ण उपलब्धि’ करार दिया।