दिनेश भारद्वाज/ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 20 नवंबर
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक अच्छी खबर यह है कि कोरोना वेक्सीन पर तीसरा और अंतिम ट्रायल शुरू हो गया है। पीजीआई रोहतक की टीम ने शुक्रवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की बॉडी में वेक्सीन का इंजेक्शन लगाकर विधिवत रूप से ट्रायल की शुरूआत की। पहले और दूसरे चरण में विशेष आयु वर्ग के स्वस्थ लोगों पर ही दवा का ट्रायल किया गया। इस बार कुल में से करीब 30 प्रतिशत ऐसे लोग होंगे, जिन्हें पहले से कई तरह की बीमारियां होंगी।
बीपी, शुगर, किडनी, लीवर व हार्ट आदि बीमारियों से ग्रस्त लोगों पर भी दवा का ट्रायल होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर में 25,800 लोगों की बॉडी पर दवा का टेस्ट करने का फैसला लिया है। इनमें से 600 के करीब लोग हरियाणा से होंगे। केंद्र सरकार ने पीजीआई रोहतक को ट्रायल के लिए अधिकृत भी किया हुआ है। भारत बायोटेक कंपनी द्वारा कोरोना वेक्सीन तैयार की जा रही है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) भी इसमें सहयोग कर रही है।
कोरोना वेक्सीन का पहले चरण का ट्रायल 17 जुलाई को शुरू हुआ था। अब करीब साढ़े 4 माह बाद उन लोगों के सैम्पल लिए जा रहे हैं, जिनकी बॉडी पर ट्रायल हुआ था। वहीं दूसरे चरण की शुरुआत 3 सितंबर से हुई थी। दोनों ट्रायल 90 प्रतिशत से भी अधिक कामयाब रहे। हालांकि कुछ लोगों में इसके साइड इफेक्ट भी देखने को मिले हैं, लेकिन किसी भी तरह के मेजर इफेक्ट्स नहीं देखे गए। इंजेक्शन वाली जगह पर सूजन आना, कुछ दिनों के लिए बॉडी में पेन होना या हल्के बुखार होने की शिकायत कुछ लोगों की आई है।
रोहतक मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी ओपी कालरा का कहना है कि दोनों ट्रायल लगभग कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री को लगाए गए इंजेक्शन के बाद तीसरा ट्रायल प्रदेश में विधिवत रूप से शुरू हो गया है। तीसरे ट्रायल की एक डॉज बॉडी में जाने के 28 दिनों बाद दूसरी डॉज दी जाएगी। इसके 12 दिन बाद टेस्ट होगा। टेस्ट की रिपोर्ट सही आती है तो इसके बाद अगले साल गणतंत्र दिवस के मौके पर या इससे पहले देश में कोरोना वेक्सीन को मार्केट में उतारा जा सकता है।
किल्ड वायरस का इस्तेमाल
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार की गई वेक्सीन में किल्ड वायरस का इस्तेमाल किया गया है। वायरस के बॉडी में जाने के बाद उससे डिफेंस करने के लिए एंटी-बॉडी तैयार होती है। एंटी बॉडी बनने से शरीर में बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है।
‘यह अच्छी बात यह है कि कोरोना वेक्सीन के तीसरे और अंतिम ट्रायल की शुरूआत हो गई है। मैंने खुद को वालंटिटर के लिए इसलिए चुना ताकि लोगों में किसी तरह का डर न रहे। तीसरे चरण का ट्रायल पूरा होने के बाद इसकी स्टडी होगी। अगर रिजल्ट अच्छे आए तो सरकार की मंजूरी के बाद दवा को मार्केट में उतारा जाएगा।’
-अनिल विज, स्वास्थ्य मंत्री, हरियाणा