नयी दिल्ली, 7 दिसंबर (एजेंसी)
घरेलू खपत के लिए चीनी की पर्याप्त उपलब्धता बनाए रखने और कीमतों को नियंत्रण में रखने के लिए केंद्र ने इस महीने शुरू हुए आपूर्ति वर्ष 2023-24 में एथनॉल उत्पादन के लिए ‘गन्ने के रस और चीनी के रस’ के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया है। हालांकि, सरकार ने वर्ष 2023-24 में एथनॉल उत्पादन के लिए ‘बी-शीरा’ के उपयोग की अनुमति दी है। इस फैसले का चीनी उद्योग निकायों ने स्वागत किया है।
सभी चीनी मिलों और डिस्टिलिरी को बृहस्पतिवार को जारी एक पत्र में खाद्य मंत्रालय ने एथनॉल आपूर्ति वर्ष 2023-24 (दिसंबर-नवंबर) के दौरान एथनॉल उत्पादन के लिए ‘गन्ने के रस / चीनी के रस का उपयोग नहीं करने’ का निर्देश दिया है। यह निर्देश चीनी (नियंत्रण) आदेश 1966 के खंड 4 और 5 के अनुसार जारी किया गया है। खाद्य मंत्रालय ने पत्र में कहा, ‘तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को बी-हेवी शीरा से प्राप्त एथनॉल की आपूर्ति जारी रहेगी।’ मंत्रालय का यह निर्णय विपणन वर्ष 2023-24 (अक्तूबर-सितंबर) में चीनी उत्पादन में गिरावट के अनुमान के बीच आया है।
राष्ट्रीय सहकारी शक्कर कारखाना संघ (एनएफसीएसएफ) के प्रबंध निदेशक प्रकाश पी नाइकनवरे ने इस कदम का स्वागत किया है। उन्होंने कहा, हालांकि, पत्र में कुछ अस्पष्टताएं हैं। उन्होंने कहा कि अकेले गन्ने के रस और चीनी सिरप से एथनॉल बनाने के लिए भी कुछ इकाइयां बनाई गई हैं। उन्होंने कहा कि अगर ये इकाइयां परिचालन में नहीं रहेंगी तो ‘रुग्ण’ हो जाएंगी।