नयी दिल्ली, 28 मार्च (एजेंसी)
पेट्रोल की कीमत में सोमवार को 30 पैसे और डीजल के दाम में 35 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई। पिछले एक सप्ताह में छठी बार की गयी इस बढ़ोतरी के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 99.41 रुपये प्रति लीटर हो गयी है। वहीं, डीजल 90.77 रुपये प्रति लीटर तक पहुंच गया है।
पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस की कीमतें बढ़ाये जाने के खिलाफ रोष प्रकट करते हुए विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों ने सोमवार को लोकसभा में सरकार से इस विषय पर चर्चा कराने और प्रधानमंत्री से जवाब देने की मांग की। विपक्षी सदस्यों ने मूल्यवृद्धि को तुरंत वापस लेने का भी आग्रह किया। तृणमूल कांग्रेस नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बताना चाहिए कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में हो रही वृद्धि कब और किस सीमा पर जाकर रुकेगी?
शून्यकाल में यह विषय उठाते हुए सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि महंगाई के पीछे सरकार ‘रूस-यूक्रेन संकट का झूठा हवाला’ दे रही है, जबकि हमारे देश में रूस से केवल आधा प्रतिशत तेल आयात किया जाता है। द्रमुक नेता टीआर बालू ने कहा कि पिछले कुछ दिन में ही पेट्रोल और डीजल के दाम में लगभग चार रुपये प्रति लीटर से ज्यादा वृद्धि हुई है, जो सरकार की ओर से लिया गया गलत फैसला है। तृणमूल नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, सरकार तर्क देती है कि तेल कंपनियां मूल्य बढ़ाती हैं और उसका हस्तक्षेप नहीं होता। अगर यह बात सही है तो उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के समय पेट्रोल और डीजल के दाम कैसे नहीं बढ़े।