नयी दिल्ली, 5 जून (एजेंसी)
विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने ताजा राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा के बाद बुधवार को कहा कि वे भाजपा सरकार द्वारा शासित न होने की लोगों की इच्छा को साकार करने के लिए उचित समय पर उचित कदम उठाएंगे। हमने जनता से जो भी वादा किया है, उसे निभाएंगे।
‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की करीब दो घंटे तक चली बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाताओं से कहा कि आज की बैठक में मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति पर चर्चा की गई और बहुत से सुझाव आए। उन्होंने गठबंधन की तरफ से एक बयान भी पढ़ा। खड़गे ने कहा, ‘इंडिया के घटक हमारे गठबंधन को मिले जबर्दस्त समर्थन के लिए भारत के लोगों को धन्यवाद देते हैं। यह जनादेश भाजपा और उसकी नफरत की राजनीति को करारा जवाब है। यह भारत के संविधान और लोकतंत्र की रक्षा के लिए है। महंगाई, बेरोजगारी और सांठगांठ वाले पूंजीवाद के खिलाफ है।’ खड़गे ने यह भी कहा कि ‘इंडिया’ गठबंधन मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा के ‘फासीवादी शासन’ के खिलाफ लड़ना जारी रखेगा।
खड़गे के आवास पर हुई बैठक में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी, पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार, द्रमुक नेता और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, अाप सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा, शिवसेना (यूबीटी) के संजय राउत, माकपा नेता सीताराम येचुरी समेत कई नेता शामिल हुए।
संविधान में आस्था रखने वाले दलों का स्वागत
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने बैठक में कहा कि इस गठबंधन में उन सभी दलों का स्वागत है, जो संविधान की प्रस्तावना में अटूट आस्था रखते हैं और इसके आर्थिक, सामाजिक तथा राजनीतिक न्याय के उद्देश्यों को लेकर प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ है, लेकिन वह इसे नकारने की हरसंभव कोशिश करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष के मुताबिक, व्यक्तिगत रूप से नरेंद्र मोदी के लिए यह न सिर्फ राजनीतिक शिकस्त है, बल्कि नैतिक हार भी है।