शिमला, 3 नवंबर (ट्रिन्यू)
सर्दी अब ज्यादा दूर नहीं है, लेकिन पहाड़ी राज्य में तापमान लगातार बढ़ रहा है। सोलन और धर्मशाला में नवंबर महीने का अब तक का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। सोलन में अधिकतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहा, जो एक नवंबर 2020 को दर्ज 28.7 डिग्री सेल्सियस के स्तर को पार कर गया। वहीं, धर्मशाला में पारा 27.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि इससे पहले 2022 में दर्ज 27.4 डिग्री इसका नवंबर का अब तक का सबसे उच्च स्तर था। ऊना, केलांग में भी नवंबर के पिछले रिकॉर्ड के मुकाबले पारा ज्यादा रहा।
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार, मुख्य रूप से एक महीने से अधिक समय से बारिश की कमी के कारण राज्य भर में अधिकतम तापमान बढ़ रहा है। वैश्विक कारक भी लगभग हर जगह तापमान बढ़ाने में भूमिका निभा रहे हैं। अक्तूबर लगभग सूखा बीत गया और 97 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गयी। यह 1901 के बाद से तीसरा सबसे सूखा अक्तूबर साबित हुआ। अधिकारी ने कहा कि कम से कम एक और सप्ताह तक शुष्क मौसम जारी रहने की संभावना है। दस नवंबर तक किसी भी सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का कोई संकेत नहीं है।
दिल्ली में छाया स्माॅग, वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’
नयी दिल्ली (एजेंसी) : दिल्ली में रविवार सुबह स्माॅग छाया रहा और वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह नौ बजे 369 दर्ज किया गया, जो शनिवार को दर्ज 290 से काफी अधिक है। कुछ निगरानी केंद्रों में एक्यूआई 400 से अधिक दर्ज किया गया, जो कि ‘गंभीर’ श्रेणी को दिखाता है। बोर्ड के ‘समीर’ ऐप के आंकड़ों में दिखाया गया कि 38 निगरानी केंद्रों में से आठ केंद्र- आनंद विहार, वजीरपुर, रोहिणी, पंजाबी बाग, नेहरू मार्ग, मुंडका, जहांगीरपुरी और अशोक विहार में एक्यूआई 400 से अधिक रहा।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाएं चार हजार के पार
चंडीगढ़ (एजेंसी) : पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं की संख्या 4,000 से अधिक हो गई है। राज्य में रविवार को ऐसी 216 नयी घटनाएं सामने आईं। ‘पंजाब रिमोट सेंसिंग सेंटर’ के आंकड़ों के अनुसार, 15 सितंबर से तीन नवंबर तक पंजाब में पराली जलाने की कुल 4,132 घटनाएं देखी गईं। राज्य में पिछले पांच दिन में पराली जलाने की 1,779 घटनाएं सामने आईं। रविवार को 216 नये मामलों में से संगरूर में 59 घटनाएं हुईं, जो राज्य में सबसे अधिक हैं। अन्य जिलों में फिरोजपुर में 26 घटनाएं, मोगा और मानसा में 19-19 घटनाएं तथा तरनतारन में 18 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं। पंजाब में धान की कटाई अभी जारी है।