नयी दिल्ली/मुंबई/सूरत, 21 जून (ट्रिन्यू/एजेंसी)
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार संकट में नजर आ रही है, क्योंकि शिवसेना के मंत्री एकनाथ शिंदे ने बगावत करते हुए पार्टी के कुछ विधायकों के साथ सूरत के एक होटल में डेरा जमाया हुआ है। एक दिन पहले संपन्न विधान परिषद चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ की आशंकाओं के बीच उनके इस कदम से राज्य में सत्तारूढ़ महा विकास आघाड़ी (एवीए) सरकार की स्थिरता सवालों के घेरे में आ गई है। इस बीच, महाराष्ट्र भाजपा के अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने महाराष्ट्र के ताजा राजनीतिक घटनाक्रम से उनकी पार्टी के संबंध होने से इनकार किया है हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि अगर शिंदे सरकार बनाने का प्रस्ताव लेकर आते हैं तो भाजपा इस पर ‘जरूर विचार करेगी।’ इस पूरे प्रकरण के बीच महाराष्ट्र से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के राज्यसभा सदस्य नारायण राणे ने शिंदे का समर्थन किया। इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि भाजपा शासित गुजरात के सूरत शहर में शिंदे के साथ पार्टी के 14 से 15 विधायक हैं।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नितिन देशमुख सहित इनमें से दो विधायकों को पीटा गया है और देशमुख को दिल का दौरा पड़ा है। बगावत के बाद शिवसेना ने मिलिंद नार्वेकर और रवींद्र फाटक को मुंबई से लगभग 280 किलोमीटर दूर सूरत में शिंदे को मनाने का जिम्मा सौंपा। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा में पार्टी के समूह नेता पद से एकनाथ शिंदे को हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि शिंदे की जगह अजय चौधरी को विधानसभा में शिवसेना का समूह नेता बनाया गया है।
35 विधायकों के समर्थन का दावा : सूत्रों के मुताबिक, शिंदे ने 35 विधायकों के समर्थन का दावा करते हुए उद्धव से मांग की है कि भाजपा से ‘पैच-अप’ करें। दलबदल विरोधी कानून से बचने के लिए कम से कम 37 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। बताया जा रहा है कि सूरत में लगभग 21 विधायक हैं, जिनमें से पांच मंत्री और एक निर्दलीय है।
हम पक्के शिव सैनिक… : इस बीच शिंदे ने ट्वीट किया, ‘हम पक्के शिव सैनिक हैं। बालासाहेब ने हमें हिंदुत्व सिखाया है और हम उनकी विचारधारा और धर्मवीर आनंद दिघे साहब की शिक्षाओं के साथ कभी विश्वासघात नहीं करेंगे।’ गौर हो कि मुख्यमंत्री पद साझा करने के मुद्दे को लेकर 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद शिवसेना ने अपने दीर्घकालिक सहयोगी भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ लिया था। शिवसेना ने तब राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर राज्य में सरकार का गठन किया था।
होटल के बाहर कड़ी सुरक्षा जिस होटल में विधायक ठहरे हैं, उसके बाहर भारी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है। पुलिस ने ठाणे स्थित शिंदे के निजी आवास के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी है।
यह है विधानसभा का गणित
महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के 106, शिवसेना के 55, राकांपा के 53, कांग्रेस के 44, बहुजन विकास आघाड़ी के तीन और सपा, एआईएमआईएम व प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो-दो विधायक हैं। वहीं, मनसे, माकपा, पीडब्लूपी, स्वाभिमानी पक्ष, राष्ट्रीय समाज पार्टी, जनसुराज्य शक्ति पार्टी और क्रांतिकारी शेतकारी पक्ष के एक-एक विधायक हैं। निर्दलीय विधायकों की संख्या 13 है। अभी विधानसभा में 287 विधायक हैं। सरकार बनाने के लिए 144 विधायक चाहिए। फिलहाल महा विकास अघाड़ी के पास 169 विधायकों का समर्थन हासिल है।