चंडीगढ़, 16 सितंबर (ट्रिन्यू)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कुरुक्षेत्र की जन आशीर्वाद रैली में हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में आर्थिक संकट की बात कहते हुए कांग्रेस की मुफ्त बांटने की नीतियों पर निशाना साधा था। इसके जवाब में सोमवार को कांग्रेस ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में वित्त मंत्री रहे पी चिदंबरम को उतारा है। चिदंबरम ने कांग्रेस शासित राज्यों में आर्थिक संकट के आरोपों को नकारते हुए कहा कि पीएम मोदी हमेशा सही नहीं बोलते। हर राज्य की स्थितियां अलग होती हैं। साथ ही आंकड़ों के साथ हरियाणा में बेरोजगारी, कर्ज और किसानों के मुद्दों पर चिदंबरम ने भाजपा को घेरा है। चंडीगढ़ में मीडिया से बातचीत में पी चिदंबरम ने एक राष्ट्र-एक चुनाव को लेकर केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह संभव नहीं है। इसके लिए कम से कम पांच संवैधानिक संशोधन करने होंगे। इन संवैधानिक संशोधनों के लिए भाजपा के पास न तो लोकसभा और न ही राज्यसभा में संख्याबल है। आईएनडीआइए गठबंधन पूरी तरह से एक राष्ट्र-एक चुनाव का विरोध करता है।
माेदी ने कुरुक्षेत्र रैली में आरोप लगाया था कि ‘शाही परिवार’ की मंशा दलितों के आरक्षण खत्म करने की है। इन आरोपों को नकारते हुए चिदंबरम ने उलटे सवाल दागा कि हमें आरक्षण क्यों खत्म करना चाहिए। आबादी के अनुसार 50 प्रतिशत आरक्षण की सीमा को निश्चित रूप से हटाया जाना चाहिए। हम जातीय जनगणना की बात करते हैं। आरक्षण निश्चित रूप से आबादी के अनुसार होना चाहिए।