श्रीनगर, 2 नवंबर (एजेंसी)
घाटी में कई वर्षों से सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष पाकिस्तानी कमांडर शनिवार सुबह श्रीनगर के खानयार इलाके में हुई मुठभेड़ में ढेर हो गया, जबकि चार सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। वहीं, अनंतनाग जिले के शांगस-लारनू इलाके में हुई एक अन्य मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गये।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने खानयार में घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान आतंकवादियों ने गोलियां चलाईं, जिसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। अभियान के दौरान जिस घर में आतंकवादी छिपे हुए थे वहां आग लग गई और आसमान में घना धुआं उठता देखा गया। मुठभेड़ के दौरान सीआरपीएफ के दो जवान और दो पुलिसकर्मी घायल हो गये, उन्हें सेना के 92 बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खानयार में मारे गए आतंकी की पहचान उस्मान के रूप में हुई है, जो यहां लश्कर का सबसे वरिष्ठ पाकिस्तानी कमांडर था। अधिकारियों ने कहा कि वह कई हमलों में शामिल था, उसका मारा जाना जम्मू-कश्मीर में लश्कर के लिए बड़ा झटका है। अधिकारी ने कहा कि वह इंस्पेक्टर मसरूर वानी की हत्या में भी शामिल था, जिन्हें अक्तूबर 2023 में ईदगाह मैदान में क्रिकेट खेलते समय नजदीक से गोली मारी गयी थी। उस्मान पाकिस्तान में ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) के कमांडर सज्जाद गुल का करीबी था।
बढ़ते हमलों की जांच हो, सरकार को अस्थिर करने की कोशिश : फारूक
सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण के बाद से घाटी में आतंकवादी हमले बढ़ने को लेकर जांच की मांग करते हुए शनिवार को कहा कि कुछ तत्व निर्वाचित सरकार को अस्थिर करने का प्रयास कर रहे हैं। नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने एक कार्यक्रम में कहा, ‘हिंसा हो रही है। इसकी जांच होनी चाहिए। इसमें शामिल लोगों को जिंदा गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हमें पता चल जाएगा कि यह कौन कर रहा है, क्योंकि हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। मुझे संदेह है कि शायद यह उन लोगों द्वारा किया जा रहा है जो सरकार को अस्थिर करना चाहते हैं। इसकी स्वतंत्र जांच होनी चाहिए।’