नयी दिल्ली, 17 जुलाई (एजेंसी)
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने नये दिशा निर्देशों में कहा कि देशभर में विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में नया आकदमिक सत्र एक अक्तूबर से शुरू होगा जबकि दाखिले की प्रक्रिया 30 सितंबर तक पूरी कर ली जाएगी। विश्वविद्यालय तथा उच्च शिक्षा संस्थानों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि स्नातक पाठ्यक्रमों के लिए दाखिले की प्रक्रिया सीबीएसई, आईसीएसई और सभी राज्य बोर्डों के परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद ही शुरू हो। यूजीसी ने नये दिशा निर्देशों में कहा, ‘ऐसी उम्मीद की जाती है कि सभी स्कूल बोर्ड 12वीं कक्षा की परीक्षाओं के लिए परिणाम 31 जुलाई तक घोषित कर देंगे। अगर परीक्षा परिणामों की घोषणा में कोई देरी होती है तो नया अकादमिक सत्र 18 अक्तूबर तक शुरू हो सकता है।’ आयोग ने स्पष्ट किया कि सीखने-सिखाने की प्रक्रिया ऑफलाइन, ऑनलाइन या दोनों माध्यमों से जारी रहनी चाहिए। दिशा निर्देशों में कहा गया है, ‘संस्थान कोविड-19 महामारी के मद्देनजर समय-समय पर केंद्र तथा राज्य सरकारों से जारी परामर्श तथा आवश्यक प्रोटोकॉल के बाद एक अक्तूबर से 31 जुलाई के दौरान कक्षाएं, छुट्टियां, परीक्षाएं कराने, सेमेस्टर ब्रेक की योजना बना सकते हैं।’
दाखिला रद्द होने पर वापस हो पूरी फीस
महामारी के दौरान अभिभावकों के सामने आयी वित्तीय परेशानियों के मद्देनजर आयोग ने विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षा संस्थानों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि दाखिला रद्द कराए जाने या छात्रों के स्थानापन्न के मामले में पूरी फीस वापस की जाए। उसने विश्वविद्यालयों तथा कॉलेजों के लिए आखिरी सत्र या अंतिम वर्ष की परीक्षाएं 31 अगस्त तक कराना अनिवार्य कर दिया है। परीक्षाएं ऑफलाइन, ऑनलाइन या दोनों माध्यमों में करायी जा सकती है।