मुंबई, 30 मार्च (एजेंसी)
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को अदालत को बताया कि सचिन वाजे और निलंबित पुलिसकर्मी विनायक शिन्दे उस बैठक में शामिल थे, जिसमें ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या की साजिश रची गयी। एजेंसी ने यह भी कहा कि वह साजिश और अपराध के पीछे के मकसद से पर्दा उठाने के करीब है। मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने शिन्दे और क्रिकेट सटोरिये नरेश गौर की एनआईए हिरासत 7 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी।
उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर ‘एंटीलिया’ के बाहर 25 फरवरी को जिस स्कॉर्पियो गाड़ी में विस्फोटक मिला था, वह कथित तौर पर मनसुख हिरेन की थी। हिरेन का शव 5 मार्च को ठाणे के मुंब्रा क्रीक में मिला था। महाराष्ट्र के आतंकवाद रोधी दस्ते ने इस मामले में विनायक शिन्दे और सटोरिये नरेश गौर को गिरफ्तार किया था। एनआईए ने दोनों को पिछले सप्ताह अपनी हिरासत में ले लिया था। हिरासत अवधि पूरी होने पर मंगलवार को उन्हें विशेष एनआईए अदालत में पेश किया गया। एजेंसी ने अदालत से कहा कि जांच के दौरान 7 सिम कार्ड, कुछ मोबाइल फोन और एक सीपीयू बरामद होने के मामले में दोनों आरोपियों से पूछताछ करने की जरूरत है। अदालत को बताया गया कि ये सिम कार्ड और मोबाइल फोन शिन्दे के पास से बरामद हुए थे। जांच टीम को एक कागज पर 14 मोबाइल फोन नंबरों का ब्योरा मिला, जिनमें से 5 नंबर वाजे को दिए गये थे। एजेंसी ने अदालत से कहा कि वाजे को एक फोन भी दिया गया था, जिसका इस्तेमाल उसने हिरेन को मारने के लिए ‘षड्यंत्रकारी’ से संपर्क करने के वास्ते किया।
एक और महंगी कार जब्त
मुंबई (एजेंसी) : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई के गिरफ्तार पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के नाम पंजीकृत एक महंगी कार मंगलवार को नवी मुंबई से जब्त की। एक अधिकारी ने बताया कि जांच टीम पिछले कई दिनों से इस एसयूवी की तलाश कर रही थी। एक सूचना मिलने पर टीम नवी मुंबई के कामोठ इलाके में गयी, जहां एक हाउसिंग सोसाइटी के बाहर यह गाड़ी खड़ी थी। उन्होंने बताया कि कार की नंबर प्लेट से पता चला है कि यह सचिन वाजे के नाम पंजीकृत है। इससे पहले, एनआईए 8 महंगी कारें जब्त कर चुकी है, जिनका वाजे ने कथित तौर पर इस्तेमाल किया था।