चंडीगढ़, 22 मार्च (ट्रिन्यू)
पंजाब सरकार ने ग्रुप सी व डी के 35 हजार कर्मचारियों को पक्का करने का आदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद मुख्य सचिव को निर्देश दिए हैं कि वह विधानसभा के अगले सत्र से पहले कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने संबंधी कानून का ड्राफ्ट पेश करें।
मान ने मंगलवार को एक वीडियो संदेश में कहा, ‘…यह ऐतिहासिक फैसला है।’ मान ने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनावों से पहले उनकी पार्टी ने संविदा कर्मियों की सेवाएं नियमित करने का वादा किया था। विधानसभा के अगले सत्र से पहले इस संबंध में विधेयक का मसौदा तैयार करने का निर्देश मुख्य सचिव को दिया गया है ताकि उसे विधानसभा में पारित कराकर लागू किया जा सके। मान ने कहा कि उन्होंने मुख्य सचिव से भर्ती के लिये संविदा और आउटसोर्सिंग व्यवस्था को समाप्त करने का निर्देश दिया है। सीएम ने कहा पंजाब में पिछले कई वर्षों से आउटसोर्सिंग के नाम पर धांधली चल रही थी। ठेकेदार कर्मचारियों को मनमर्जी का वेतन दे रहे थे। किसी की भी जांच नहीं हो रही थी।
37,120 करोड़ का लेखानुदान पास
पंजाब विधानसभा ने वित्त वर्ष 2022-23 के पहले तीन माह के दौरान राज्य सरकार के व्यय को पूरा करने के लिए मंगलवार को 37,120 करोड़ रुपये का लेखानुदान पारित किया। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पंजाब विनियोग (लेखानुदान) विधेयक, 2022 को पेश किया जिसे सदन ने पारित कर दिया। वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने कहा कि चुनाव के दौरान किए गए सभी वादों को तीन माह के बाद बजट में शामिल किया जाएगा।
पंजाब में शहीदी दिवस पर आज छुट्टी
पंजाब सरकार ने महान स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह के शहीदी दिवस 23 मार्च को राजकीय अवकाश घोषित किया है। विधानसभा में भगत सिंह, डॉ. बीआर आंबेडकर और पहले सिख शासक महाराजा रणजीत सिंह की प्रतिमाएं लगाने का प्रस्ताव भी पारित किया। पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय ज्ञानी जैल सिंह की सरकार के कार्यकाल के दौरान 23 मार्च को शहीदी दिवस के अवसर पर अवकाश शुरू किया गया था। वर्ष 2017 में कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इसे बंद कर दिया था। चौतरफा विवाद के बाद अमरेंद्र सरकार ने फैसला तो वापस नहीं लिया अलबत्ता इसे स्वैच्छिक अवकाश में बदल दिया।
महाभारत के ‘भीम’ को श्रद्धांजलि : पंजाब विधानसभा में टीवी धारावाहिक महाभारत में भीम की भूमिका अदा करने वाले एथलीट प्रवीण कुमार समेत कई दिवंगतों को याद किया गया। सदन में पंजाब के पूर्व राज्यपाल जरनल सुनिथ फ्रांसिस, पूर्व मंत्री रमेश दत्त शर्मा, पूर्व विधायक संत अजीत सिंह, पूर्व विधायक एवं स्वतंत्रता सेनानी हरबंस सिंह के अलावा स्वतंत्रता सेनानी प्रेम वल्लभ, अरजन सिंह, मोहन सिंह, गोपाल सिंह, धर्म सिंह, जरनैल सिंह, सुखदेव सिंह तथा स्वतंत्रता सेनानी मेलो देवी को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।