राजपुरा, 16 मई (निस)
राजपुरा के साथ समय-समय पर सत्ताधारी नेता पक्षपात करते आ रहे हैं। इस बार भी पंजाब के मुख्यद्वार कहे जाने वाले राजपुरा को जिला न बनाकर राजपुरा के साथ भेदभाव किया है या विरोध किया है। बाबा बंदा सिंह बहादर फांउडेशन के पंजाब के प्रधान एडवोकेट किशन सिंह ने आज पत्रकारों से बात करते हुये कहा कि लगता है कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह को पंजाब, पंजाबीयत व सिख राजनीति का ज्ञान नहीं। उन्होंनेे वोट की राजनीति के तहत मलेरकोटला को जिला बना दिया है। इसके साथ ही राजपुरा, घनौर व शनौर विधानसभा हलके के लोगों को नजरअंदाज किया गया है, वहीं राजपुरा के विधायक हरदियाल सिंह कम्बोज ने भी राजपुरा को जिला बनाने में अपनी ड्यूटी पूरी नहीं की। किशन सिंह ने कहा कि उन्होंने समय-समय पर कांग्रेसी नेता लाल सिंह, हरिंदर चंदुमाजरा, हरप्रीत मुखमैल पुर, मदन लाल जलालपुर, विधायक राजपुरा हरदियाल कम्बोज के पास मांग उठाई पर उन्होंने अपनी आवाज नहीं उठाई।