संगरूर, 8 सितंबर (निस)
आज क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन (पंजाब) के नेतृत्व में गांव खरयाल के मनरेगा मजदूर कथित तौर पर मनरेगा के काम में धांधली के खिलाफ एकत्रित हुए। रैली को संबोधित करते हुए क्रांतिकारी ग्रामीण मजदूर यूनियन (पंजाब) के जिला अध्यक्ष बलजीत सिंह, जिला सचिव जगदीप सिंह काला ने कहा कि मजदूरों के साथ बड़े पैमाने पर भेदभाव किया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों से समझौता होने के कारण गांव मोड़ के मुखिया ने अपने निजी खेतों में मनरेगा मजदूरों से धान लगाया लिया जिसके बाद उन मजदूरों द्वारा किए गए काम का पैसा सरकारी खजाने से मनरेगा योजना के तहत दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कई लोगों की फर्जी हाजिरी भर दी गई। जब मजदूरों ने इसका विरोध किया तो गांव के मुखिया ने उन्हें मास्टर रोल में नाम डालने से मना कर दिया। कर्मचारियों नेताओं ने कहा कि पिछले 2-3 साल से आंदोलन कर रहे कर्मचारियों का आज तक मनरेगा में काम नहीं दिया गया। जब मनरेगा मजदूरों ने नए जॉब कार्ड बनाने की मांग की तो उनके नए जॉब कार्ड अभी तक नहीं बनाए गए। रिवोल्यूशनरी रूरल लेबर यूनियन (पंजाब) ने खडियाल गांव के दलित मजदूरों के साथ और अधिक मारपीट और लूटपाट के खिलाफ 9 सितंबर को बीडीपीओ सुनाम कार्यालय के सामने धरना देने की घोषणा की है। रैली में गांव के नेता प्यारा सिंह बबली, गुरबाग सिंह, भोला सिंह, रानी कौर, गुरुमीत कौर, वीरपाल कौर, जरनैल सिंह आदि मौजूद रहे।