वीरेंद्र प्रमोद/निस
लुधियाना, 9 नवंबर
पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के आज यहां पंहुचने पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं द्वारा उनका जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ती दिखायी पड़ी। अधिकांश वर्करों ने न तो मास्क लगा रखे थे और न ही सामाजिक दूरी के नियम का पालन किया। श्री रावत के साथ लुधियाना जिला कांग्रेस के प्रधान अश्विनी शर्मा, विधायक सुरेंद्र डावर और महिला कांग्रेस नेता लीला टपारिया भी थीं। संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार श्री करतारपुर साहब कॉरिडोर को न खोलकर और पंजाब में मालगाड़ियां शुरू न करके पंजाब के साथ धक्केशाही कर रही है। रावत ने कहा कि केंद्र के
काले कृषि विरोधी कानूनों के विरुद्ध संघर्षरत पंजाब के किसानों ने रेल पटरियों से धरने हटा दिये हैं ताकि मालगाड़ियां चल सके लेकिन केंद्र सरकार का रवैया अभी भी अड़ियलपन वाला है। सरकार मालगाड़ियां नहीं चला कर पंजाब के साथ घोर अन्याय कर रही है।
बोले-धर्मसोत पर लगाये भ्रष्टाचार के आरोप जांच में निराधार पाये गये
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस नेता नें कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दलित छात्रों की पढ़ाई के लिए वजीफे की राशि में पंजाब के कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत के विरुद्ध जो भ्रष्टाचार के आरोप लगाया गये थे उनकी दो जांचों के बाद वे निराधार पाये गये हैं। जब उनसे पूछा गया कि उनके विरुद्ध आरोप किसी राजनेता या राजनैतिक दल द्वारा नहीं बल्कि एक वरिष्ठ
प्रशासकीय अधिकारी द्वारा पंजाब के मुख्य सचिव को भेजी अपनी रिपोर्ट में लगाये गये थे। जब उनसे यह पूछा गया कि पंजाब सरकार को इस मुद्दे पर कटघरे में खड़ा करने वाले अधिकारी के विरुद्ध कोई कार्रवाई अभी तक क्यों नहीं हुई? इस पर उन्होंने कहा -’वह देख लेंगे’।
‘सिद्धू-बाजवा सब एकजुट’
हरीश रावत ने दावा किया पंजाब कांग्रेस कैप्टन अमरेद्र सिंह के नेतृत्व में एकजुट है। नवजोत सिंह सिद्धू, प्रताप सिंह बाजवा और शमशेर सिंह दूलो अब पूरी तरह से पार्टी गतिविधियों में भाग ले रहे हैं और सभी नेता पूरी तरह से एकजुट हैं।