चंडीगढ़, 6 जनवरी (एजेंसी)
बर्ड फ्लू की आशंका के बीच पंजाब सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि राज्य में किसी प्रवासी पक्षी और पोल्ट्री पक्षी की असामान्य मौत पर नजर रखें और उनके नमूनों को जांच के लिए भेजें। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि पंजाब में अब तक बर्ड फ्लू का कोई मामला नहीं आया है। पंजाब के पशुपालन विभाग के निदेशक हरबिंदर सिंह काहलों ने बताया कि पक्षियों की असामान्य मौत पर नजर रखने के लिए व्यवसायिक पोल्ट्री फार्मों और बेकयार्ड पोल्ट्री फार्मों में निगरानी के लिए परामर्श जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि विभाग के सभी 22 उपनिदेशकों को परामर्श भेजा गया है ताकि व्यवसायिक और बेकयार्ड पोल्ट्री फार्मों में क्षेत्र कर्मियों का नियमित दौरा हो। अधिकारियों ने बताया कि पक्षियों की असामान्य रुप से मृत्यु का पता चलने पर नमूनों को जालंधर स्थित उत्तरी क्षेत्रीय रोग निदान प्रयोगशाला (आरडीडीएल) में भेजा जाए ताकि मौत के कारण का पता चल सके। उन्होंने बताया कि वन एवं वन्यजीव संरक्षण विभाग ने भी एक परामर्श जारी कर राज्य की झीलों एवं वेटलैंड (आर्द्रभूमि) में अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। हर साल तरन तारन के हरिके पट्टन में बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी आते हैं। इसके अलावा गुरदासपुर, रूपनगर और नांगल में भी मेहमान पक्षी आते हैं। अधिकारियों ने बताया कि किसी प्रवासी पक्षी के मृत पाए जाने पर उसके नमूने लेने के लिए प्रोटोकॉल जारी कर दिया गया है।
गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की पोंग डैम झील अभ्यारण्य से मृत पक्षियों के लिए गए नमूनों में बर्ड फ्लू का एच5एन8 स्वरूप मिला है। हरियाणा के पंचकूला जिले के 20 फार्मों में बीते कई दिनों में चार लाख से ज्यादा पोल्ट्री पक्षी मृत मिले हैं।
पौंग बांध में 336 पक्षी और मरे
धर्मशाला (निस) : पौंग बांध में बर्ड फ्लू से मरने वाले पक्षियों का आंकड़ा 3560 पहुंचा गया है। पौंग बांध अभ्यारण्य में बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) की पुष्टि के बाद प्रदेशभर में अलर्ट जारी किया गया है। निरीक्षण टीमें के माध्यम से चिड़ियाघरों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है और झीलों का लगातार निरीक्षण किया जा रहा है। वहीं, पौंग बांध के पानी में भी वायरस की आशंका है जिसके चलते पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए धर्मशाला स्थित जल शक्ति विभाग की लैब में भेजे गए हैं। पौंग में बुधवार को भी 336 और प्रवासी पक्षी मृत मिले हैं। बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए देहरादून से विशेषज्ञों की टीम पहुंची थी जिसने पौंग बांध की अलग-अलग जगहों से कुछ नमूने एकत्रित किए जिन्हें लेकर टीम बुधवार को वापस लौट गई है। यह टीम पौंग बांध एरिया में फ्लू के कारणों और इसकींग रोकथाम पर काम कर रही है। दूसरी और पोंग क्षेत्र में आवारा कुत्ते मृत पक्षियों को उठाकर ले जा रहे हैं, जिससे जांच में जुटी टीम की चिंता बढ़ गई है। ये कुत्ते रात के समय स्थानीय लोगों के घरों में भी पहुंच रहे हैं जिससे हड़कंप की स्थिति है। वन्य प्राणी जीव विभाग ने 207 वर्ग किलोमीटर में फैले पौंग बांध अभ्यारण्य क्षेत्र में मृत प्रवासी पक्षियों की खोजबीन और उन्हें नष्ट करने के लिए 10 टीमों का गठन किया है।