समराला, 10 सितंबर (निस)
डॉक्टरों के संगठन पीसीएमएसए द्वारा अपनी लंबित मांगों को लेकर पंजाब स्तर पर दी गई आंशिक हड़ताल की काल के संबंध में आज यहां स्थानीय सिविल अस्पताल में दूसरे दिन भी ओपीडी और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित रहीं। अस्पताल के डॉक्टर सुबह 8 से 11 बजे तक अपनी सीटों से गायब रहे। इसके परिणामस्वरूप दूर-दराज के गांवों से इलाज के लिए आने वाले मरीज या तो निराश होकर वापस लौट गए या फिर उन्हें डॉक्टरों के ड्यूटी पर लौटने तक इंतजार करना पड़ा। परिणामस्वरूप अस्पताल में मरीजों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। डॉक्टरों ने इकट्ठा होकर अपनी मांगों के समर्थन में और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। डॉक्टरों के संगठन के नेता डॉ. लखविंदर सिंह के नेतृत्व में एकत्रित डॉक्टरों ने कहा कि वे निस्वार्थ भाव से मरीजों के इलाज के लिए पूरी मेहनत से सेवा करते हैं। इसके बावजूद सरकार उनके इस समर्पण भाव से की गई सेवा की अनदेखी करती है। इस मौके पर डॉ. तारिकजोत सिंह एसएमओ, डॉ. संदीप मानव, डॉ. लखविंदर सिंह, डॉ. सुखविंदर कौर, डॉ. प्रभजोत सिंह, डॉ. गुरिंदर कौर, डॉ. मनिंदरजीत सिंह, डॉ. संचारी साहा, डॉ. नवजोत कौर और डॉ. नवनीत कौर उपस्थित थे।
संगरूर (निस) : संगरूर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में आज दूसरे दिन भी 8 से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं बंद रहीं। इस बीच जिन मरीजों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी, वे समय पर आकर खड़े हो गये। इससे सभी अस्पतालों में काफी भीड़ देखी गयी। चिकित्सा अधिकारियों ने सरकार के प्रति अपनी मांगों के पर्चे, फ्लेक्स बैनर और भाषण के माध्यम से मरीजों को अपनी मांगों से अवगत कराया।
बरनाला (निस) : पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेस एसोसिएशन (पीसीएमएसए) की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। डाक्टरों ने सुबह 8 से 11 बजे तक धरना दिया। इससे ओपीडी काउंटर के बाहर पर्ची कटवाने के इंतजार में मरीज परेशान होते रहे। हड़ताल के चलते डिस्पेंसरी, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, लैब में टेस्ट भी प्रभावित हुए।