राजपुरा, 2 जून (निस)
सातवें चरण के मतदान के बाद जारी एग्जिट पोल ने सभी राजनीतिक पार्टियों की बैचेनी बढ़ा दी है और मोदी विरोधी नेताओं की नींद उड़ा दी है, वहीं भाजपा व उनकी सहयोगियों के चेहरे खिल गये हैं। पटियाला सीट पर भी सर्वे को लेकर सभी दलों में बेचैनी देखने को मिल रही है।
पटियाला सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस को अलविदा कहकर भाजपा में शामिल होने वाली चार बार की सांसद प्रणीत कौर, आप और निर्दलीय के तौर पर दो बार सांसद रहे कांग्रेस उम्मीदवार डा. धर्मवीर गांधी, आम आदमी पार्टी सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डा. बलबीर सिंह व पिछली अकाली भाजपा सरकार में मंत्री रहे एनके शर्मा के बीच कड़ी टक्कर बतायी जा रही है। इस सीट पर उक्त चारों पार्टियों के नेता अपनी-अपनी जीत के दावे तो कर रहे हैं, लेकिन लोगों में चर्चा है कि मुख्य मुकाबला भाजपा की प्रणीत कौर व कांग्रेस के डा. धर्मवीर गांधी के बीच ही है।
आप व अकाली दल उम्मीदवार तीसरे व चौथे नम्बर की दौड में शामिल है। भाजपा की बात करें तो शहरी इलाके में मोदी व श्रीराम मंदिर के नाम पर लोगों खासकर हिंदुओं ने भाजपा को वोट दिया है, अन्य धर्म के लोगों ने भी जिसमें ज्यादातर व्यापारी है, ने किसान अंदोलन के चलते पंजाब को आर्थिक तौर पर कमजोर करने की बात कहते हुए मोदी को वोट करने में अहम भूमिका निभाने की बात सामने आ रही है।
आम आदमी पार्टी की ओर से पंजाब में कानून-व्यवस्था को ठीक न रखने व पंजाब में पिछले विधानसभा चुनावों में किये ज्यादा वादे पूरे नहीं करने से खास पर व्यापारियों, किसानों व सरकारी मुलाजिमों की नाराजगी उन्हें झेलनी पड़ सकती है। यह चुनाव देश की राजनीति बदलने का चुनाव होने के कारण बड़ी संख्या में लोगों की ओर से फिर से कांग्रेस पार्टी पर भरोसा ज्यादा जताने की उम्मीद है।
वहीं, अकाली दल का देश की राजनीति में इस चुनाव में किसी भी पार्टी से गठबंधन न होने के कारण अकेले चुनाव लड़ने से उन्हें कमज़ोर करने का कार्य किया है।