आतिश गुप्ता/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 10 नवंबर
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू द्वारा किसान नेताओं की तालेबान से तुलना किए जाने के बाद पंजाब की किसान जथेबंदियां नाराज़ हो गई हैं। इन जथेबंदियों ने उनके बयान की कड़ी निंदा की है और आगामी 11 नवंबर को पंजाब भर में बिट्टू और केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है, जिसमें पुतले फूंके जाएंगे।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के प्रमुख सुखविंदर सिंह सभरा और जनरल सेक्रेटरी राणा रणबीर सिंह ठठा ने कहा कि बिट्टू का बयान भाजपा और आरएसएस के इशारे पर दिया गया है, जो किसानों के संघर्ष को नज़रअंदाज़ करने की साजिश है। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों के नेताओं की संपत्ति की जांच की मांग करते हुए, यह भी कहा कि पिछले 77 सालों में केंद्र और राज्य सरकारों के संसद सदस्यों, विधायकों, अफसरशाही और बड़े व्यापारिक घरानों की संपत्ति की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
किसान नेताओं ने बिट्टू से यह भी अपील की कि वह किसानों की आत्महत्या और अन्य गंभीर समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करें, न कि उनके संघर्ष को गलत तरीके से पेश करें। किसान-मजदूर संघर्ष समिति ने यह दावा भी किया कि आने वाले दिनों में केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और केंद्र सरकार के खिलाफ उनका संघर्ष और तेज किया जाएगा।