होशियारपुर, 7 जनवरी (निस)
कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए आज संयुक्त किसान मोर्चे के अाह्वान पर होशियारपुर में विशाल ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। यह ट्रैक्टर मार्च कई किलोमीटर लम्बा था, जिसमें सैंकड़ों ट्रैक्टर शामिल थे। ट्रैक्टर मार्च सिंगड़ीवाला बाइपास से शुरू होकर शहर के अलग-अलग बाज़ारों में से होता हुआ पुरहीरां बाइपास पर जाकर समाप्त हुआ। ट्रैक्टर मार्च को लेकर शहर में पुलिस की तरफ से कड़े सुरक्षा प्रबंध किये गए थे। जब यह मार्च स्थानीय बस अड्डा नज़दीक कमालपुर चौक पहुँचा तो पुलिस कर्मियों की तरफ से ट्रैक्टर मार्च को घंटाघर की ओर जाने से रोकने की कोशिश की गई लेकिन किसानों के गुस्से के आगे पुलिस अधिकारी बेबस लगे और उन्हें जाने दिया। इस मौके जब मार्च में शामिल किसानों के साथ बात की तो उन्होंने कहा कि एक तरफ़ केंद्र सरकार किसान हितैषी होने के दावे कर रही है, परंतु दूसरे तरफ़ प्रधानमंत्री मोदी को यह नज़र नहीं आ रहा कि संघर्ष के चलते रोज़मर्रा की किसानों की मौतें हो रही हैं। उन्होने कहा कि यह ट्रैक्टर मार्च सिर्फ़ एक ट्रेलर है, यदि केंद्र सरकार ने 26 जनवरी से पहले यह खेती कानून रद्द नहीं किये तो समूचे पंजाब और दूसरे सूबों से बड़ी संख्या में किसान ट्रैक्टर लेकर राजपथ की परेड में शामिल होकर पूरी फिल्म दिखायेंगे। इस बीच, लाचोवाल टोल प्लाज़ा पर धरना 91वें दिन भी जारी रहा। इस मौके किसान नेता गुरदीप सिंह खुण खुण और औंकार सिंह धामी ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार अमीरों को ओर अमीर करने में लगी हुई है। उन्होने ट्रैक्टर मार्च का सर्मथन करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार यह समझ जाये कि किसान कभी भी उठाते है तो रुकते नहीं।
उधर, जियो रिलायंस कंपनी के दफ़्तरों के सामने लगाया रोष धरना 58वें दिन भी जारी रहा। इस मौके पर नेताओं ने कहा कि भाजपा नेता हिंदू, सिख एकता के नाम पर ड्रामेबाज़ी कर रहे हैं। किसान, नौजवान, मज़दूर और मुलाजिमों समेत देश के हर वर्ग ने इस संघर्ष में किसान का साथ देकर एकता का सबूत दिया है।