चंडीगढ़, 12 सितंबर (हप्र)
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज तिरुवनंतपुरम, केरल में चल रहे वित्त मंत्रियों के 16वें वित्त आयोग सम्मेलन को संबोधित करते हुए जहां जोरदार तरीके से राज्यों को प्रभावित करने वाले प्रमुख मुद्दों को प्रस्तुत किया, वहीं पंजाब के दृष्टिकोण, इच्छाओं और अपेक्षाओं को संक्षेप में प्रस्तुत किया। सम्मेलन के सुबह के सत्र को संबोधित करते हुए हरपाल सिंह चीमा ने इस महत्वपूर्ण बैठक की मेज़बानी के लिए केरल सरकार की दिल से प्रशंसा की और राज्य की दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की। इसके बाद उन्होंने 16वें वित्त आयोग के साथ पंजाब की हुई सार्थक बातचीत को साझा किया, सामाजिक और विकास संबंधी खर्चों में भारी असमानता जैसे मुद्दों को उजागर किया, और जीएसटी के लागू होने के परिणामस्वरूप सीमित वित्तीय स्वायत्तता जैसी चिंताओं का भी उल्लेख किया।
वित्त मंत्री चीमा ने कहा कि यह आवश्यक है कि आयोग हर राज्य के समक्ष मौजूद विशिष्ट चुनौतियों को स्वीकार करते हुए उन्हें हल करे। इसके साथ ही उन्होंने वर्टिकल डिवॉल्यूशन में महत्वपूर्ण वृद्धि की वकालत करते हुए इसकी वर्तमान 41 प्रतिशत दर में पर्याप्त बढ़ोतरी की अपील की। इसके अलावा, उन्होंने संसाधनों के समान वितरण को सुनिश्चित करने के लिए सेस, सरचार्ज और चुनिंदा गैर-कर राजस्व को विभाज्य पूल में शामिल करने की सिफारिश की।