चंडीगढ़, 20 नवंबर (एजेंसी)
पंजाब के पूर्व मंत्री अनिल जोशी ने बुधवार को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) से इस्तीफा दे दिया और आरोप लगाया कि ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी केवल धर्म और पंथ के एजेंडे में उलझी हुई है तथा राज्य के वास्तविक मुद्दों पर वह कुछ नहीं कह रही है। जोशी ने शिअद के टिकट पर अमृतसर सीट से 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए थे। वह 2007 और 2012 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर अमृतसर उत्तर से विधायक चुने गए थे। जोशी ने 2021 में किसान आंदोलन के प्रति उचित रुख नहीं अपनाने के लिए भाजपा की आलोचना की थी, जिसके बाद उन्हें भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था। इसके बाद वह शिअद में शामिल हो गए थे। ताजा घटनाक्रम में, जोशी ने अपना इस्तीफा पत्र शिअद के कार्यकारी अध्यक्ष बलविंदर सिंह भूंदड़ को भेजा है। जोशी ने भूंदड़ को लिखे पत्र में कहा कि वह 2021 में शिअद में शामिल हुए थे, जब भाजपा ने उन्हें कृषि कानूनों के खिलाफ पंजाब और किसानों के पक्ष में आवाज उठाने के लिए छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया था।