राजपुरा, 7 सितंबर (निस)
श्री गणेश महोत्सव की शुरुआत हो चुकी है। इसके उपलक्ष्य में गलियां और बाजार पूरी तरह से सज चुके हैं। शहर में 100 से ज्यादा स्थानों पर मनाए जाने वाले इस पर्व की तैयारियां जोरों पर हैं। मंदिरों में भव्य आयोजनों की तैयारी की जा रही है। घरों में भी गणेश महोत्सव के लिए भारी उत्साह पाया जा रहा है। श्रद्धालुओं की भारी डिमांड को देखते हुए मूर्तियां बनाने वालों के साथ शृंगार का सामान बेचने वालों के भी चेहरे खिले हुए हैं। लोगों ने श्री गणेश जी की प्रतिमाएं खरीदनी शुरू कर दी है। वहीं राजस्थान से राजपुरा पहुंचे कलाकारों ने गणेश जी की मनमोहक मूर्तियां तैयार कर ली हैं। गणेश महोत्सव 07 से 17 सितंबर तक मनाया जाएगा, 10 दिनों के लिए लोग गणेश जी की पूजा के उपरांत 11वें दिन बैंड बाजों व शोभायात्रा निकाल कर गणेश जी की मुर्ति नजदीक ही नहर में विसर्जित करते हैं।
1000 से 5000 हजार रुपये में बिक रही मूर्तियां
श्री गणेश जी की मूर्तियां शहर में आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। राजस्थान के कारीगरों द्वारा तैयार की जाने वाली भगवान गणेश की मूर्तियां एक हजार से लेकर 5 हजार तक में बिक रही हैं। इसके लिए राजस्थानी मिट्टी इस्तेमाल की गई है। राजस्थान से परिवार सहित आकर रहने वाले कलाकार राम स्वरूप,
नीरज, सूरज, सोहन लाल मिर्च मंडी निवासी भानू व गोलू राजपुरा के फव्वारा चौक पर मूर्तियां बेच रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास काफी आर्डर आ गए हैं। 10 सितंबर तक सभी आर्डर मुकम्मल कर दिए जाएंगे। सोहन लाल ने बताया कि मिट्टी के बर्तन व मूर्तियों को बनाना हमारा पुश्तैनी व्यवसाय है और मूर्तियां देश विदेश में बिकती रही हैं। इको फ्रेंडली हमारी मूर्तियां हैं जिससे न ही पर्यावरण का नुकसान होता है और मूर्ति जल में प्रवाहित करते ही घुल जाती हैं।