रुचिका एम खन्ना/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 6 नवंबर
पंजाब से कर्नाटक भेजे गए चावल के नमूने खराब पाए गए हैं। इसलिए यहां के ‘टूटे’ चावल को खारिज कर दिया गया है। सार्वजनिक वितरण के लिए प्राप्तकर्ता राज्य को भेजे जाने के बाद राज्य में उगाए गए चावल को अस्वीकार किए जाने का यह दूसरा मामला है। दो सप्ताह पहले, अरुणाचल प्रदेश भेजे गए चावल के नमूने खराब गुणवत्ता के और मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त पाए गए थे।
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय द्वारा हुबली (कर्नाटक) में भंडारण डिपो और उचित मूल्य की दुकानों से भेजी गई टीमों द्वारा फोर्टिफाइड चावल के 26 नमूने एकत्र किए गए। इनमें से चार नमूनों को ‘अस्वीकृति सीमा से परे’ घोषित किया गया है। बताया गया कि नाभा अौर जालंधर जिले के भोगपुर से चावल भेजे गए।
इस मसले पर किसान नाराज हैं। कीर्ति किसान यूनियन के उपाध्यक्ष राजिंदर सिंह दीपसिंहवाला ने कहा कि उन्हें डर है कि पंजाब के चावल के नमूनों को जानबूझकर गुणवत्ता के आधार पर खारिज किया जा रहा है। ताकि पंजाब के किसानों को चावल उगाने से रोका जा सके। एफसीआई पंजाब क्षेत्र के क्षेत्रीय महाप्रबंधक बी श्रीनिवासन ने कहा, ‘जब कर्नाटक में खेप भेजी गई थी, तब यहां गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं थी।’